आगरा: साइबर ठगी की वारदातें बढ़ने और एक महिला की मौत के बाद एक्टिव मोड में आई पुलिस ने गुरुवार को चार करोड़ की ठगी कर चुके चार साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया।
डीसीपी सिटी सूरज राय और एसीपी आदित्य ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण कर जानकारी जुटाई और थाना सिकंदरा के फैक्ट्री एरिया के पास से चारों अभियुक्तों को सुबह करीब तीन बजे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अपराधियों में मोहम्मद राजा रफीक निवासी भीलवाड़ा (राजस्थान), मोहम्मद दानिश निवासी बागपत (उत्तर प्रदेश), मोहम्मद कादिर निवाड़ी बागपत (उत्तर प्रदेश) और मोहम्मद सुहेल अकरम निवाड़ी बदरपुर (दिल्ली) हैं। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य दस्तावेज जब्त किए। इनसे जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
डीसीपी सूरज राय ने इस मामले को उत्तर प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट की पहली गिरफ्तारी बताया। एसीपी आदित्य कुमार की टीम को 25,000 रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा कि इस गैंग की जड़ें कई राज्यों में फैली हुई हैं और ये लोग दिल्ली से इन घटनाओं को अंजाम देते थे। गिरफ्तार किए गए चार लोगों में सुहेल अकरम, मोहम्मद राजा रफीक, मोहम्मद दानिश, और मोहम्मद कादिर शामिल हैं। डीसीपी ने यह भी बताया कि जिन खातों में ठगी की गई रकम ट्रांसफर की गई थी, उन्हें सीज कर दिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस ने कहा है कि जल्द ही इस मामले में और बड़ी गिरफ्तारियों की उम्मीद है, जिससे लोगों को इन ठगों से राहत मिल सके।
पूछताछ में पता चला कि सुहेल ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक कंपनी बनाई और पहले बैटिंग ऐप के जरिए पैसे ठगे। जब पुलिस ने बैटिंग ऐप पर शिकंजा कसा, तो उन्होंने नौकरी के नाम पर युवाओं को ठगने का नया तरीका अपनाया। इस गैंग ने आगरा के सरकारी अधिकारी के साथ 15 लाख रुपये की ठगी की, जबकि उसी दिन उन्होंने देश के अन्य शहरों में भी ठगी कर कुल 2 करोड़ 73 लाख रुपये कमाए।
गौरतलब कि हाल ही में आगरा में साइबर ठगी की बड़ी वारदातें हुईं। ठगों की धमकी से परेशान एक शिक्षिका की हार्ट अटैक से मौत हो गई। एक अन्य शिक्षिका के खाते से दो लाख रुपये साइबर ठगों ने उड़ा दिए।
एक कारोबारी से 15 लाख रुपये की ठगी की गई। इसके साथ ही तमाम लोगों ने भी अपने अनुभव साझा किए जिनके साथ ठगी हो तो नहीं सकी लेकिन साइबर ठगों ने उनसे संपर्क किया था। ये लोग अपनी समझदारी से बच निकले।
ताजनगरी के ही नईम बेग मिर्जा ने भी उच्चाधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि अज्ञात अपराधियों ने उन्हें ट्राई का अधिकारी बनकर डिजिटल तरीके से ‘गिरफ्तार’ करने की धमकी दी और आरटीजीएस के माध्यम से उनसे 15 लाख रुपये ठग लिए।