Agra News: कोठी मीना बाजार में छत्रपति शिवाजी स्मारक भूमि अधिग्रहण एवं जोनल पार्क को गीता गोविंद वाटिका के रूप में विकसित करने का रास्ता साफ

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आगरा। आगरा को एक नई ऐतिहासिक पहचान मिलने जा रही है। प्रशासन ने कोठी मीना बाजार को अधिग्रहीत कर छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य स्मारक बनाने के फैसले के क्रम में तेजी से काम चल रहा है। साथ ही ताज जोनल पार्क को “गीता गोविन्द वाटिका” के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि शहर का पर्यटन और धार्मिक महत्व और अधिक बढ़ सके।

कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अधिकारियों संग की रणनीतिक बैठक

सर्किट हाउस में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी और आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ए. अरुण मौली सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर इस ऐतिहासिक परियोजना को गति देने के निर्देश दिए।

इतिहास से जुड़ा कोठी मीना बाजार

इतिहासकारों के शोध के अनुसार, आगरा स्थित कोठी मीना बाजार जयपुर के तत्कालीन महाराज मिर्जा राजा जयसिंह के पुत्र राम सिंह के अधीन थी। यहीं पर औरंगजेब ने छलपूर्वक छत्रपति शिवाजी महाराज को बंदी बनाया था। बाद में शिवाजी महाराज ने अपनी बुद्धिमत्ता, साहस और रणनीति से यहां से भागकर महाराष्ट्र पहुंचकर इतिहास रच दिया था।

इस गौरवशाली इतिहास को जीवंत करने के लिए योगेंद्र उपाध्याय के नेतृत्व में इतिहासकारों की एक समिति ने वर्षों तक शोध कर प्रदेश सरकार को प्रस्ताव सौंपा था। महाराष्ट्र सरकार और शिवाजी महाराज के वंशजों से भी संपर्क स्थापित किया गया। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इस स्थल को शिवाजी महाराज के स्मारक के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।

तेजी से आगे बढ़ेगी अधिग्रहण प्रक्रिया

कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अधिकारियों को कोठी मीना बाजार का अधिग्रहण शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि स्मारक के निर्माण से न सिर्फ शिवाजी महाराज के पराक्रम को सम्मान मिलेगा, बल्कि आगरा का पर्यटन भी नई ऊंचाइयों को छुएगा। मंत्री ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगा और आगरा आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण स्थल होगा।

बैठक में ये प्रमुख रहे उपस्थित

इस महत्वपूर्ण बैठक में डॉ. अलौकिक उपाध्याय, ओम प्रताप सिंह, रितेश शुक्ला, सुनील करमचंदानी सहित पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में स्मारक के निर्माण और भूमि अधिग्रहण से जुड़ी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई।

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