आगरा। जिले में किरावली-अछनेरा सीमा पर एक युवक का शव सड़क किनारे पड़ा मिला, लेकिन एक थाने की पुलिस की संवेदनहीनता ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। किरावली पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई, जबकि अछनेरा पुलिस ने सीमा विवाद की बात कहकर जिम्मेदारी से हाथ खींच लिया। इधर ग्रामीणों ने घटना के खुलासे की मांग को लेकर सात घंटे तक शव को नहीं उठने दिया।
किरावली थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर के पास शुक्रवार को सड़क किनारे युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान भूपेंद्र सिंह (21 वर्ष), पुत्र रतनलाल, निवासी सकतपुर के रूप में हुई। ग्रामीणों के अनुसार भूपेंद्र दोपहर घर से लापता हो गया था और शाम लगभग चार बजे उसका शव पन्नालाल इंटर कॉलेज के पास, रमेश डीलर के खेत में पड़ा मिला।
सूचना पर किरावली पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई, जबकि गांव वालों ने घटनास्थल को अछनेरा पुलिस की सीमा में मानते हुए अछनेरा पुलिस को भी सूचना दी। अछनेरा पुलिस ने घटनास्थल अपनी सीमा से बाहर बताया। मौके पर मौजूद किरावली पुलिस ने भी अछनेरा थाने में बात की। अछनेरा पुलिस के अपनी सीमा से बाहर का मामला कहे जाने पर अंततः किरावली पुलिस ने ही कार्रवाई की। इधर मौके पर मौजूद ग्रामीण और मृतक के परिजन मामले के खुलासे की मांग को लेकर शव को नहीं उठने दे रहे थे। सात घंटे बाद पुलिस ने बमुश्किल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
भूपेंद्र के शरीर पर चोटों के निशान पाए गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मृतक की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, वह अपने दो भाइयों में तीसरे नंबर का था। ऐसे में उसकी मौत रहस्यमयी मानी जा रही है। परिजन साफ कह रहे हैं कि यह हत्या है और पुलिस मामले को हल्के में ले रही है।
सकतपुर निवासी एवं सहकारी समिति के सभापति रामप्रकाश सोलंकी ने बताया कि भूपेंद्र की मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही ने हालात और अधिक भयावह बना दिए।
आखिरकार किरावली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं और ग्रामीण न्याय की मांग कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक शव पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के लिए भेजने की तैयारी में था।