Agra News: ट्रेनिंग में ही दरोगा ने सीख लिया रिश्वत लेने का हुनर, छात्र को समझौता कराने के नाम पर पहनाई 20 हजार की टोपी

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अंडर ट्रेनिंग सबइंस्पेक्टर ने समझौता कराने में ली 20 हजार की रिश्वत, पैसे मांगने पर छात्र क़ो दी जेल भेजने की धमकी। 

पैसे बापसी के लिए पांच दिन से टहला रहा था सब इंस्पेक्टर सागर कालखंडे। 

बरहन। बरहन थाने में तैनात एक सब इंस्पेक्टर ने चाचा भतीजे की लड़ाई में समझौता कराने के एवज में भतीजे से 20 हजार रूपये की रिश्वत लेली। पीड़ित का स्वतः समझौता होने के बाद  वह पैसे मागने गया तो सब इंस्पेक्टर ने उसे जेल भेजकर कॅरियर खत्म करने की बात कहकर धमका दिया। पीड़ित  चुप नहीं बैठा लगातार सब इंस्पेक्टर से पैसों तकादा करता रहा, लेकिन उसे पैसे नहीं मिले। पीड़ित कमिश्नर  से लिखित शिकायत करेगा, उसने रिश्वत में दिए गए पैसों की रकम ब्याज पर ली थी। वही एसीपी पियूषकांत राय सबइंस्पेक्टर पर कार्यवाही की बात कह रहे है।

मामला थाना बरहन के आँवल खेड़ा चौकी का है। 8 जुलाई क़ो शिवम चौहान और उसके चाचा शिशुपाल सिंह निवासी घड़ी रामबक्श के बीच किसी बात पर बिबाद हो गया था। जिसकी तहरीर चौकी आँवल खेड़ा पर शिशुपाल ने शिवम् के खिलाफ  दी थी। जिसकी जाँच अंडर ट्रेनिंग सब इंस्पेक्टर सागर कालखंडे कर रहा था ।  जिस समय झगड़े की तहरीर दी गई उस समय वह आगरा में था उसे इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी। शिवम् ने बताया कि सागर कालखंडे 8 जुलाई रात्रि में उसके पास एक अन्य सिपाही क़ो लेकर उसके घर पंहुचा और उसको जेल भेजने की धमकी देकर  मिलने क़ो कहा।

शिवम ने सागर से अगले दिन मुलाक़ात की तो उसने उसे केस से बरी करने के एवज में पैसों की मांग की 11 जुलाई सुबह सागर कालखंडे ने शिवम क़ो केस ख़त्म करने  में 20 हजार रूपये की मांग की शिवम् ने पैसे नहीं होने की बात कही, तभी उसने उसे चौकी में बिठा लिया, जेल भेजनें की धमकी दी घबराये शिबम ने एक परिचित से ब्याज पर  पैसे लिए जिसमे 16 हजार रूपये नकद सागर कालखंडे और और 4 हजार रूपये ओन लाइन प्रदीप त्यागी सिपाही के खाते में लिए गए। फैसला होने पर सागर ने शिवम् क़ो पैसे बापस करने की बात कही, 11 जुलाई शाम क़ो  शिवम् और शिशुपाल के बीच चौकी में लिखित समझौता हो गया।

समझौता होने के बाद उसे पैसे बापस नहीं किये गए

सोमवार क़ो शिवम ने सागर क़ो फोन कर रिश्वत में  दिए गए पैसे मांगे, उसने बताया कि उधार लिए गए पैसे उसने ब्याज पर लिए है। जिससे पैसे लिए है उसका काफ़ी दबाब है। सागर ने शिबम क़ो धमकाते हुए फोन काट दिया। शिवम् ने बताया कि वह आँवल खेड़ा के एक इलेक्ट्रेक की दुकान पर 6 हजार की पगार पर नौकरी करता है। उसकी माँ शकुंतला की 2012 में दीवाल के नीचे दबकर मौत हो गई थी। पिता रामकुमार की दिमागी हालत ठीक नहीं है। शिवम 12 कक्षा का छात्र है। अकेला कमाने बाला है। उसे डर सता रहा है कि सागर कालखंडे उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर दे, जिससे उसका भविष्य खतरे में आजाये। एसीपी पियूष कांत राय ने बताया है कि मामला संज्ञान में आया है। पीड़ित लिखित शिकायत करेगा तो जाँच कराकर अवश्य कार्यवाही की जाएगी।

रिपोर्ट:- मुनीश अल्वी

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