जूता उद्योग में नई जान फूंकने वाले फैसले के बाद आगरा की सड़कों पर विजय उल्लास दिखाई पड़ा। जूते पर जीएसटी घटकर 5 प्रतिशत होने की खुशी में द आगरा शू फैक्टर्स फैडरेशन ने रविवार को ढोल नगाड़ों संग स्वर्णिम विजय यात्रा निकाली। जगह-जगह व्यापारियों ने स्वागत कर सरकार के प्रति आभार जताया।
आगरा। जूते पर जीएसटी 12 से घटाकर 5 प्रतिशत किए जाने पर जूता कारोबारियों का उत्साह सोमवार को सड़कों पर साफ झलक रहा था। द आगरा शू फैक्टर्स फैडरेशन द्वारा आयोजित ‘स्वर्णिम विजय यात्रा’ में सैकड़ों व्यापारी ढोल नगाड़ों के साथ शामिल हुए। फैडरेशन कार्यालय हींग की मंडी से यात्रा की शुरुआत हुई और मीरा हुसैनी, सदर भट्ठी होते हुए धाकरान चौराहे तक पहुंची।
यात्रा का शुभारम्भ कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य के पुत्र अभिनव मौर्य ने संस्थापक स्व. राजकुमार सामा की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से किया। रास्ते में कंप्यूटर व कपड़ा मार्केट समेत विभिन्न बाजारों के व्यापारियों ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया और फैडरेशन पदाधिकारियों को माला पहनाई।
धाकरान स्थित नाथ कॉम्पलेक्स पर आमसभा का आयोजन हुआ, जिसमें फेडरेशन अध्यक्ष विजय सामा ने कहा कि जूता उद्योग की पुरानी मांग अब पूरी हुई है। गरीब और मध्यम वर्ग का व्यक्ति भी अब अच्छे जूते कम दाम में पहन सकेगा। डवलपमेंट काउंसिल ऑफ फुटवेयर एंड लेदर इंडस्ट्री के चेयरमैन पूरन डावर ने इसे देश की अर्थव्यवस्था और छोटे कारोबारियों के लिए ऐतिहासिक कदम बताया।
विजय यात्रा में सोल एसोसिएशन, कुटीर उद्योग, ट्रेडर्स, दस्तकार, जाटव महापंचायत सहित तमाम संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु से आए प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। सभी ने कहा कि बीते वर्षों में जूता उद्योग का ग्राफ लगातार नीचे गिर रहा था, लेकिन अब इसके तेजी से ऊपर उठने की उम्मीद है। छोटे व्यापारियों को बड़ा अवसर मिलेगा और उद्योग को नई दिशा मिलेगी।