आगरा। दीवानी न्यायालय परिसर में वकीलों के दो गुटों के बीच पिछले तीन दिनों से बढ़ रहा तनाव सोमवार को हिंसा में बदल गया। जिस विवाद को निपटाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे थे, वही विवाद आज खुले हमले का कारण बन गया। इस हमले का शिकार बने भारतीय किसान यूनियन (भानू) के युवा प्रदेश अध्यक्ष पवन समाधिया, जो अपनी बहन पूजा शर्मा के दहेज और भरण-पोषण के केस की तारीख पर कोर्ट आए थे। घटना के बाद किसान संगठनों में भारी आक्रोश फैल गया और बड़ी संख्या में किसान थाना न्यू आगरा का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
लाठी–सरिया, फरसा और तमंचे की बटों से हमला
आरोप है कि अचानक 10–15 हमलावर वकील के चैंबर में घुस आए। हमलावरों के हाथ में फरसा, लोहे की सरिया, डंडे और तमंचा था। पवन समाधिया ने बताया कि उनमें से एक हमलावर ने तमंचे की बट से उसके सिर पर वार किया।
हमले का आरोप विकास पचौरी, अमित पचौरी, अमित बघेल, ऋषि चौहान सहित कई अज्ञात लोगों पर लगाया गया है। पवन का कहना है कि उन्हें पिछले तीन दिनों से धमकियां मिल रही थीं।
दीवानी परिसर छावनी में तब्दील
हिंसक घटना की खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। कुछ ही मिनटों में पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार, डीआईजी/डीसीपी अली अब्बास, एडिशनल डीसीपी आदित्य कुमार, एसीपी अक्षय महादिक के साथ कई थानों की पुलिस पहुँच गई।
जिला जज और पुलिस कमिश्नर की लंबी बैठक के बाद कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दोनों पक्षों के गुटों को देखते हुए अतिरिक्त फोर्स भी बुला ली गई। पूरे दीवानी कोर्ट परिसर को छावनी में बदल दिया गया है।
“सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं”—पवन समाधिया
घायल पवन समाधिया ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा—
“मैं वकील साहब के चैंबर में बैठा था। तभी 10–15 लोग भीतर घुस आए। एक ने तमंचे की बट से सिर में मारा। तीन दिन से धमकी दी जा रही थी। अब कोर्ट में भी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है।”
वहीं, पीड़िता पूजा शर्मा ने कहा “मेरे केस की तारीख 17 को थी। कोर्ट में ही मुझे मारा, खर्चा देने से इनकार किया। आज मेरे भाइयों पर जानलेवा हमला हुआ। सवाल ये है कि इतनी पुलिस के बावजूद कोर्ट में फरसा, बंदूक और सरिया कैसे पहुंच गई?”
किसानों ने न्यू आगरा थाने का किया घेराव, भूख हड़ताल की चेतावनी
हमले के विरोध में भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के सैकड़ों कार्यकर्ता थाना न्यू आगरा पर जुट गए। थाने का घेराव कर उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग उठाई।
किसान नेताओं का कहना है कि कोर्ट परिसर में हथियार कैसे पहुंचे, इसकी जांच हो, पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे, निष्पक्ष जांच की जाए, नामजद सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए ।
पवन समाधिया ने चेतावनी दी “जब तक गिरफ्तारी नहीं होती, मैं घर नहीं जाऊंगा। थाने के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठूंगा।”
तनाव बरकरार, पुलिस सतर्क
दीवानी कोर्ट से लेकर न्यू आगरा क्षेत्र तक तनाव बना हुआ है। पुलिस लगातार निगरानी में है और किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए फोर्स मौके पर मौजूद है।
