Agra News: बीजेपी कार्यकर्ता की पिटाई के मामले में नाटकीय मोड़, लापता आनंद शर्मा ने सामने आकर लगाए ब्लैकमेलिंग के आरोप, उपमा गुप्ता ने भी दी प्रतिक्रिया

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आगरा। खंदौली में भाजपा महिला मोर्चे की महानगर अध्यक्ष उपमा गुप्ता और उनकी साथी महिलाओं द्वारा पार्टी कार्यकर्ता आनंद शर्मा को चप्पलों से पीटे जाने के चार दिन बाद नाटकीय मोड़ आ गया। पिटाई के बाद से लापता चल रहे आनंद शर्मा ने गुरुवार को घर वापस आकर महिलाओं पर ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए तो दूसरी ओर उपमा गुप्ता ने आनंद शर्मा के मोबाइल फोन की साइबर क्राइम सेल से जांच कराने की मांग उठा दी। उपमा ने पूछा कि यदि महिलाओं ने ब्लैकमेलिंग करते हुए पीटा तो वे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने क्यों नहीं पहुंचे।

आनंद शर्मा ने एक डिजिटल समाचारपत्र के प्रतिनिधि से बात करते हुए सनसनीखेज आरोप लगाया कि मारपीट करने वाली महिलाओं ने उन्हें ब्लैकमेल कर दो लाख रुपये ऐंठ लिए थे, दस लाख रुपये और मांगे जा रहे थे, न देने पर उनके खिलाफ साजिश रची गई और फिर पिटाई की गई। आनंद ने यह भी कहा कि उन्हें पार्टी ने पूरे मामले में चुप रहने को कहा था, लेकिन अपनी बदनामी को देखते हुए उन्हें चुप्पी तोड़नी पड़ी।

क्या था मामला?

गौरतलब है कि चार दिन पहले आनंद शर्मा के घर पहुंची उपमा गुप्ता और साथी महिलाओं ने अश्लील वीडियो मैसेज भेजने का आरोप लगाते हुए आनंद की चप्पलों से पिटाई कर दी थी। पिटाई के बाद वह लापता हो गए थे। आनंद शर्मा की पत्नी ने भी मीडिया से कहा था कि उनके पति को साजिश के तहत फंसाया गया। पति को पीटने और उन पर झूठे आरोप लगाने वाली महिलाएं उनके साथ हर रविवार को वृंदावन जाती थीं। अगर मेरे पति ने किसी को अश्लील मैसेज भेजे तो उन्होंने उनको ब्लॉक क्यों नहीं किया। मेरे पति से दूरी क्यों नहीं बनाई।

उपमा बोलीं, केवल दो सवालों के जवाब दें आनंद

इस पूरे मामले में भाजपा महिला मोर्चे की महानगर अध्यक्ष उपमा गुप्ता ने कहा कि वे केवल दो सवाल रखना चाहती हैं, पहला ये कि आनंद शर्मा के मोबाइल फोन की पुलिस की साइबर क्राइम सेल से जांच करा ली जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा। दूसरा ये कि यदि महिलाओं ने चौथ वसूली की नीयत से उनके घर पहुंच कर मारपीट की थी तो घटना के बाद वे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने क्यों नहीं पहुंचे और गायब क्यों हो गए?

उपमा गुप्ता ने कहा कि आनंद शर्मा की पत्नी द्वारा की जा रही बयानबाजी और आनंद के आरोपों के बाद भी हम खुलकर सामने नहीं आ रहे तो इसका मतलब यह नहीं कि हमारे पास साक्ष्य नहीं हैं। उन्होंने आनंद शर्मा के इस बयान पर भी सवाल उठाया कि वे पार्टीजनों के कारण शांत थे। उपमा ने कहा, शांत थे तो अब क्यों बोले। हमें आनंद और उनकी पत्नी ने अपने बीमार बच्चे का हवाला देकर बात को और न बढ़ाने का अनुरोध किया था, लेकिन यदि वे कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं तो महिलाएं भी पीछे नहीं रहेंगी और खुलकर सामने आएंगी। उपमा ने कहा कि इस मामले कुछ लोग अपनी रोटियां सेंक रहे हैं। कुछेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को उन्होंने सबूत दिखा भी दिए हैं। साइबर क्राइम सेल में आनंद शर्मा के फोन की जांच करा ली जाए तो कई और मामले भी खुलकर आ सकते हैं।

विधायक डॉ धर्मपाल सिंह ने की मुलाकात

इस बीच गुरुवार को आनंद शर्मा के घर लौटने पर एत्मादपुर क्षेत्र से भाजपा विधायक डॉ धर्मपाल सिंह ने भी उनसे मुलाकात की और घटनाक्रम की जानकारी ली। खंदौली रामनगर निवासी भाजपा नेता आनंद शर्मा बूथ अध्यक्ष हैं। पिटाई वाले दिन उपमा गुप्ता ने मीडिया से वार्ता करते हुए उनके भाजपा कार्यकर्ता होने से इनकार किया था।

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