Agra News: भीमनगरी के मंच पर हाथ थाम एक-दूजे के हुए 75 जोड़े, बौद्ध रीति-रिवाज से कराया दहेज रहित विवाह

स्थानीय समाचार

आगरा। भीमनगरी आयोजन के दूसरे दिन आज 75 जोड़े बौद्ध रीति रिवाज से एक दूजे का हाथ थाम हमसफर बने। शहर के ही नहीं दूर-दराज के परिवार के युवक-युवतियों ने इस समारोह में साथ जीने की कसमें लीं।

आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-6 स्थित आंबेडकर भवन से 75 दूल्हे घोड़े पर सवार होकर बैंड बाजे संग सेक्टर-11 के मैदान स्थित नागपुर की दीक्षा भूमि की तर्ज पर सजे भीमनगरी के मंच पर पहुंचे।

भीमनगरी समारोह आयोजन समिति की ओर से वहां सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया। मुख्य अतिथि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश केजी बालकृष्णन ने नव युगलों को आशीर्वाद दिया।

मुख्य अतिथि केजी बालाकृष्णन ने कहा कि अपना ऐसा स्वागत देखकर मैं अभिभूत हूँ। भीमनगरी के इस कल्चर का भविष्य में दूरगामी परिणाम देखने को मिलेगा। अन्य देशों में संविधान का मूल्य खत्म होता जा रहा है, जबकि बाबा साहब का बनाया संविधान आज भी भारत के लोगो के ग्रंथ के समान है। बाबा साहेब अगर हम लोगों के बीच मसीहा बनकर नहीं आते तो हम लोग सर उठा कर जी नहीं पाते। बाबा साहब इतना पढ़ने के बाद विदेश में ही जीवन यापन कर सकते थे, परंतु उन्होंने भारत के बहुजन समाज के लोगों के बीच रहकर सम्मान से जीना सिखाया।

महासचिव श्याम जरारी ने कहा कि वर्ष भर 1996 से भीम नगरी में अब तक सामूहिक विवाह होते आ रहे है। अब तक 3 हज़ार विवाह करा चुके है।भीमनगरी समारोह के सामूहिक दहेज रहित विवाह में लोगों का उत्साह देखने को मिला। खचाखच भरे मैदान में जय भीम-जय संविधान के नारे लगते दिखे। मेले में चाट पकौड़ी, आसमानी झूले का बड़े छोटे लुत्फ उठाते दिखे तो वहीं आगरा देहात, शहरी क्षेत्रों के दूल्हे घोड़े पर सवार होकर अपनी जीवनसाथी का हाथ थामने के लिए मंच पर पहुंचे। लाल जोड़ा पहने 75 दुल्हन मंच पर पहुंची।

बुद्धम शरणम गच्छामि के स्वर लहरियों के साथ आयोजन शुरू किया गया। बौद्ध रीति रिवाज से सामूहिक विवाह कराने के लिए 10 बैद्ध भिक्षुक पहुंचे। भंते बोधिरत्न, धम्म बोधि और उंगलीमाल भिक्षुकों ने विवाह की रस्में पूरी कराई। फिर एक के बाद एक समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने नवविवाहितों को दिल खोलकर दान दिया। भीमनगरी में इस बार खाने-पीने स्टॉलों पर भी काफी भीड़ नजर आई।

आगरा ही नहीं फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, हाथरस, अलीगढ़ सहित विभिन्न शहरों से काफी तादात में आए लोगों ने भीमनगरी की सजावट देखी और कार्यक्रमों का आनंद लिया। 16 सेक्टरों में निवास कर रहे सर्वधर्म व जाति के लोग सामूहिक विवाह समारोह को देखने पहुंचे। इस अवसर पर केंद्रीय समिति के संरक्षक करतार सिंह भारतीय, डॉ. जीएस धर्मेश, अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी, महासचिव श्याम जरारी, संरक्षक डॉ. रामजीलाल, अध्यक्ष विजय सिंह कर्दम, महासचिव ई. महेश चंद्र, कोषाध्यक्ष आर एन सिंह, उपाध्यक्ष हाकिम सिंह, जेपी सिंह, ई. गंगा सिंह, रमेश चंद्र, अजेंद्र सिंह सूर्या, शीतल प्रसाद गौतम, प्रकाश चंद्र, गजेंद्र पीपल, अमर सिंह, मलखान सिंह, प्रताप सिंह राना, राजेंद्र टाइटलर, ध्रुव कुमार आदि मौजूद रहे।

ये मिले उपहार

नव युगलों को दानदाताओं ने उपहार के तौर पर किचन के बर्तन, कूकर, डिनर सेट, सीलिंग फैन, वॉटर कूलर , हॉट केश, साड़ी, दीवार घड़ी, 1151 रुपए के नगद आदि उपहार दिया।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस रही मौजूद

भीमनगरी स्थल पर बड़ी संख्या में समता सैनिक दल और भीम आर्मी के युवा भी व्यवस्था में तैनात रहे। चप्पे-चप्पे पर बहुतायत संख्या में पुलिस बल तैनात था। फायर बिग्रेड मौके पर मौजूद रही।

आज होगा सम्मान समारोह

भीमनगरी के तीसरे दिन गुरुवार की शाम भीमनगरी समारोह आयोजन समिति समाज के सभी मेधावी छात्र-छात्रों और अधिकारी पद पर नियुक्त समाज के लोगों को सम्मानित करेगी। इसी के साथ अगले साल भीमनगरी किस क्षेत्र में सजेगी उसका भी ऐलान किया जाएगा।

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