हार्मोनल रीप्लेसमेंट थेरेपी लेने की सलाह

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आगरा, 29 अप्रैल। आगरा मिनोपॉज़ल सोसाईटी ने फतेहाबाद रोड आगरा स्थित होटल में स्त्रियों में प्राथमिक डिम्बग्रंथि अपर्याप्तता यानी प्रिमच्योर ओवेरियन फेलियर (पीओआई) विषय पर चर्चा का आयोजिन किया गया। जिसमें बताया गया कि यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें 40 साल की उम्र से पहले ही ओवरी काम करना कम या बंद कर देती है व उससे एग रिलीज नहीं हो पाते।इस बीमारी में एफएसएच (फॉलिकल स्टि्यूमुलेटिंग हॉर्मोंस) का स्तर बढ जाता है व फीमेल हॉर्मोंस एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्ट्रॅन का स्तर घट जाता है।
प्रमुख लक्षण: हॉट फ्लैशेज (बुखार के बिना शरीर का तापमान थोडा बढ जाना ), रात में पसीना आने, नींद में बाधा, वजाइना में सूखापन, मूड में अस्थिरता, भोजन में अरुचि, थकान, सेक्स के प्रति अनिच्छा और ब्लैडर पर नियंत्रण न होना, आदि इस समस्या के प्रमुख लक्षण हैं। इसके मुख्य कारण ओवरीज को स्थायी नुकसान पहुंचाने वाले बाहरी तत्वों जैसे कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, सर्जरी, ऑटो इम्यून और अनुवांशिक बीमारियों (टर्नर सिंड्रोम), endometriosis की गंभीर स्थिति, mumps जैसे इन्फेक्शन, हार्मोनल डिसऑर्डर जैसे कि हाइपोथायरॉइडिज्म, धूम्रपान और जेनिटल टीबी आदि होते हैं। इसके उपचार में हार्मोनल रीप्लेसमेंट थेरेपी लेने की सलाह दी गई।
समारोह मे आगरा के प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ (प्रो) सरोज सिह, डॉ संजना महेश, डॉ. संतोष सिंघल, डॉ. आरती शर्मा, डॉ संगीता चतुर्वेदी, डॉ अलका सारस्वत, डॉ सुधा बंसल, डॉ शिखा सिंह , डॉ. गायत्री गुप्ता, डॉ. रेखा रानी व अन्य स्त्री रोग विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

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