कासगंज में दवा जलाने के मामले में सुपरवाइजर पर हुई कार्रवाई

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कासगंज (आगरा)। क्षय रोग विभाग के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर द्वारा दवाएं जलाने के मामले में सुपरवाइजर के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। जिला अस्पताल से उसे सोरों स्वास्थ्य केंद्र स्थानांतरित किया गया है। उसकी वेतन वृद्धि रोकी गई है।बीती एक जून को जिला अस्पताल के क्षय रोग विभाग के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सौरभ जौहरी ने टीबी रोग की दवाएं जलाई थी। यह मामला डीएम के संज्ञान में आया तो उन्होंने सीएमओ डा. अनिल कुमार को मामले की जांच कराने के निर्देश दिए थे। डीएम के निर्देश पर जांच एसीएमओ डा. अतुल सारस्वत को दी गई थी। जांच अधिकारी ने अपनी जांच पूरी करने के बाद दवाएं जलाने के मामले को अक्षम बताते हुए सुपरवाइजर के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की थी। जांच में एक्सपायरी दवाओं के जलाने के साथ साथ कुछ सही दवाएं भी जलाए जाने की बात सामने आई। जांच अधिकारी संस्तुति पर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।  उसकी वेतन वृद्धि रोक दी गई है।
ट्रीटमेंट सुपरवाइजर का सोरों स्थानांतरण कर दिया गया है। उसकी वेतन वृद्धि रोक दी गई गई है। – डा. सीएल यादव, जिला क्षय रोग अधिकारी

 

जमीन के विवाद में किसान को गाेली मारी, घायल

कासगंज (आगरा)।पटियाली कोतवाली के गांव नगला गिरधारी में जमीनी विवाद के चलते आरोपित ने किसान को गोली मारकर घायल कर दिया। घायल को स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर किया गया है। घटना की जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची है।ग्राम नगला गिरधारी निवासी रघुवीर सिंह का अपने पड़ोसी से जमीन का पुराना विवाद चला आ रहा है। इस विवाद को लेकर दोनों के बीच कई बार कहा सुनी हो चुकी है। सोमवार की सुबह लगभग छह बजे इसी विवाद को लेकर दोनों में कहा सुनी हो गई। मामला गाली गलौच और मारपीट तक जा पहुंचा। आराेप है आवेश में आया पड़ोसी घर में गया और तमंचा लाकर रघुवीर को गोली मार दी। गोली पैर में लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद आरोपित मौके से भाग गया। सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद घायल को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। इंस्पेक्टर जीपी सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच जमीनी विवाद है, लेकिन अभी तक मामले में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है।

कासगंज में बवाल की साजिश के लिए शामिल किए गए थे सौ सदस्य

कासगंज (आगरा)।कानपुर की तरह कासगंज में बवाल की साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया है। बवाल, दंगा की साजिश भड़काने के लिए ग्रुप में 100 सदस्यों को शामिल किया गया था। जिनमें से दो ने भड़काऊ पोस्ट साझा की थी, जबकि अन्य सभी सदस्यों ने इस पोस्ट को पढ़ लिया था। विस्तृत जांच के लिए जब्त किए गए मोबाइल को प्रयोगशाला भेजा जाएगा। मामले में अन्य लोगों की भी तलाश हो रही है। देखा जा रहा है कि कौन-कौन लोग इस साजिश के लिए सक्रिय थे।
भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद कानपुर में हिंसा हुई। कासगंज में भी बवाल कराने की साजिश तैयार की जा रही थी। ग्रुप एडमिन मुहल्ला नबाब निवासी अजीम को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि इस्माइलपुर रोड निवासी माजिद, मनिहार चौक निवासी शादाब के खिलाफ मुकदमा दर्ज पुलिस उनकी तलाश कर रही है। यह साजिश रचने के लिए भड़काऊ पोस्ट साझा की जा रही थी। जांच में पाया गया है कि इस व्हाट्सएप ग्रुप में 100 लोग शामिल किए गए थे। यह सभी एक ही समुदाय के हैं। इन सभी सदस्यों के बारे में भी पुलिस विस्तार से जानकारी कर रही है। जो मोबाइल ग्रुप एडमिन का जब्त किया गया है। पुलिस उसे जांच के लिए फारेंसिक लैब भेज रही है। पुलिस का मानना है कि इस ग्रुप के अन्य सदस्य भी साजिश में शामिल हो सकते हैं। सभी संदिग्ध सदस्यों से पूछताछ की जाएगी।

कड़ी निगरानी करता रहेगा साइबर सेल

साजिश फेल करने में अहम भूमिका साइबर सेल की रही है। साइबर सेल और खुफिया विभाग अब गंभीरता से सोशल मीडिया पर नजर रखेंगे। जिससे कि कहीं और इस तरह की साजिश रचने की कोशिश तो नहीं हो रही है। एसपी बोत्रे रोहन प्रमोद ने निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।
जांच के लिए मोबाइल प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। ग्रुप में लगभग 100 सदस्य शामिल थे। इस ग्रुप पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रयोगशाला से रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हुआ कि क्या-क्या गतिविधियां इस ग्रुप में की गई थी। – सतपाल भाटी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक कासगंज कोतवाली

बंद घर में मिला व्यक्ति का शव

कासगंज (आगरा)।सोरों कस्बे के मुहल्ला कटरा में संदिग्ध अवस्था में अधेड़ उम्र के व्यक्ति की मौत हुई है। घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। बंद घर से पुलिस ने शव निकाला है। मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया है।मुहल्ला कटरा में 55 वर्षीय श्याम लाल पुत्र पन्नालाल की मौत हुई है। श्याम लाल मेले में दुकान लगाता था। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि शनिवार को वह मेले से वापस आया था। उसके बाद से उसे किसी नहीं देखा। माना जा रहा था कि वह कहीं बाहर चला गया है। वह घर में अकेला ही रहता था। इसलिए ज्यादा जानकारी भी नहीं की। सोमवार को जब बदबू आई तो सूचना पुलिस को दी। इधर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। जिससे मौत का कारण स्पष्ट हो सके। क्याेंकि मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस के मुताबिक अधेड़ शराब पीने का आधी बताया गया है। इधर पुलिस ने फारेंसिक जांच कराई है और डाग स्क्वायड की टीम से निरीक्षण कराया है।

अधेड़ घर में अकेला रहता था। आसपास लोगों ने बताया है कि वह शराब पीने का आधी था। अधेड़ की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। – डीके पंत सीओ सिटी

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