
आगरा। ठंड और शीतलहरी के प्रकोप को देखते हुए नगर निगम प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। नगर क्षेत्र में निराश्रित, कमजोर एवं असुरक्षित व्यक्तियों को ठंड से बचाने के लिए संचालित स्थाई शेल्टर होम (रैन बसेरों) के अलावा आई एस बी टी, ईदगाह बस स्टैंड और एस एन मेडिकल कॉलेज पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए हैं। 18 पुरुष और छह महिलाओं की क्षमता वाले इन रैन बसेरों में खाना खाने के लिए फास्ट एड बॉक्स,मेज कुर्सी, मोबाइल चार्जर प्वाइंट, चादर रजाईं गद्दा और स्वच्छ पेयजल आदि की व्यवस्था की गई है। दिन भर सहायक नगरआयुक्त अशोक प्रिय गौतम, अधिशासी अभियंता अरविंद श्रीवास्तव, सहायक अभियंता जीवेक और अवर अभियंता निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने में जुटे रहे। सभी स्थानों पर गैस हीटरों की भी व्यवस्था की गई है। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने
प्रत्येक शेल्टर होम के लिए नोडल अधिकारी के साथ-साथ पर्यवेक्षक अधिकारी भी नामित किए हैं, जो व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी कर रहे हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी शेल्टर होम में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं उनका संचालन भी सुनिश्चित किया जा रहा है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग सोने एवं शौचालय की व्यवस्था के साथ
प्रत्येक शेल्टर होम में केयर टेकर की तैनाती की गई है, इनका नाम, पदनाम और मोबाइल नंबर शेल्टर होम के गेट पर स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया गया है। औचक निरीक्षण के लिए निरीक्षण रजिस्टर रखवाए गए हैं, जिसमें निरीक्षण करने वाले अधिकारी अपनी टिप्पणी दर्ज करेंगे। वहीं दूसरी ओर सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, फुटपाथ और मुख्य बाजारों में रात्रिकालीन भ्रमण कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी निराश्रित व्यक्ति खुले में न सोए। यदि कोई व्यक्ति खुले में सोता पाया जाता है तो उसे तत्काल निकटतम शेल्टर होम में पहुंचाया जा रहा है । इस कार्य की जिम्मेदारी जोनल अधिकारियों और प्रवर्तन दल को सौंपी गई है।
नगर निगम द्वारा स्थाई रूप से संचालित 12 शेल्टर होम में व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंताओं को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। इनके कार्यों की उच्च स्तरीय निगरानी के लिए सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम, सहायक नगरआयुक्त श्रद्धा पांडेय, उप नगर आयुक्त सरिता सिंह और पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
—नगर आयुक्त का वर्जन
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने कहा कि “ठंड और शीतलहरी के दौरान किसी भी निराश्रित व्यक्ति को खुले में नहीं रहने दिया जाएगा। शेल्टर होम की सभी व्यवस्थाएं मानकों के अनुरूप रहें, इसके लिए नोडल और पर्यवेक्षक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर जरूरतमंद को सुरक्षित, स्वच्छ और गर्म वातावरण मिले।”
