आगरा। सिकंदरा थाना क्षेत्र के कारगिल चौराहा पर सरेराह हुई चेन लूट की वारदात के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि तीन लाख रुपये की चेन लूट की सूचना डायल 112 पर देने से स्थानीय थाना पुलिस नाराज हो गई और इसी वजह से घटना के करीब 21 घंटे बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। पीड़ितों का कहना है कि 112 भी पुलिस व्यवस्था का ही हिस्सा है, ऐसे में वहां सूचना देने पर आपत्ति समझ से परे है।
सिकंदरा क्षेत्र निवासी आर.एन. शर्मा शनिवार रात अपने परिवार के साथ कारगिल पेट्रोल पंप के पास स्थित एक रेस्टोरेंट में चाय पीने गए थे। उनके साथ पुत्र विकास शर्मा (जल निगम में ठेकेदार), बहू आस्था शर्मा, बेटी वंदना शर्मा और पत्नी मौजूद थीं। चाय पीने के बाद आर.एन. शर्मा और उनका पुत्र बाहर निकल आए, जबकि बेटी और बहू कुछ देर रेस्टोरेंट के अंदर ही रुक गईं।
कुछ ही देर बाद जैसे ही बेटी और बहू बाहर आईं, तभी पल्सर बाइक पर सवार दो युवक तेज रफ्तार में पहुंचे और आस्था शर्मा के गले से चेन झपटकर मौके से फरार हो गए। सरेराह हुई इस घटना से वहां अफरा-तफरी मच गई और लोग दहशत में आ गए।
तीन लाख रुपये की चेन लूटी
पीड़ित परिवार के अनुसार लूटी गई चेन करीब 25 ग्राम वजनी थी, जिसकी कीमत लगभग तीन लाख रुपये बताई जा रही है। घटना के तुरंत बाद डायल 112 पर सूचना दी गई, लेकिन आरोप है कि स्थानीय थाना पुलिस इसी बात से नाराज हो गई कि सूचना सीधे 112 पर क्यों दी गई। परिवार का कहना है कि इसी कारण अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई और उन्हें थाने के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
एफआईआर न होने से बढ़ा आक्रोश
पीड़ितों का कहना है कि वे केवल मुकदमा दर्ज कर लुटेरों की गिरफ्तारी चाहते हैं, लेकिन पुलिस की टालमटोल रवैये से उनका भरोसा टूट रहा है। 21 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद न तो एफआईआर दर्ज हुई है और न ही सीसीटीवी फुटेज खंगालने की कोई ठोस कार्रवाई नजर आई है।
उच्चाधिकारियों से लगाई गुहार
पीड़ित परिवार ने पुलिस आयुक्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि तत्काल मुकदमा दर्ज कर आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच कराई जाए और लुटेरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए, ताकि इलाके में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
