
आगरा। प्राचीन अखिलेश्वर हनुमान मंदिर ख्वाजा की साराय वी आई पी रोड पर श्री मद्भागवत कथा के तृतीय दिवस पर उमड़ा श्रद्धा का सागर। कथा व्यास पंडित कपिल देव शास्त्री महाराज ने अपने मुखारविंद से प्रवचन करते हुए विदुर जी की जीवन-गाथा, भगवान विष्णु के बराह अवतार द्वारा हिरण्याक्ष वध की दिव्य लीला तथा परम भक्त ध्रुव के चरित्र का अत्यंत भावपूर्ण वर्णन किया।
कथा व्यास ने विदुर जी की कथा के माध्यम से बताया कि सच्चा ज्ञान, वैराग्य और धर्म सत्ता या पद से नहीं, बल्कि विनम्रता और सत्य से प्राप्त होता है। वहीं बराह अवतार की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि जब-जब अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान किसी न किसी रूप में धरती की रक्षा के लिए अवतार लेते हैं, हिरण्याक्ष वध की लीला सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे।
ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास ने बताया कि बालक ध्रुव ने कठोर तपस्या और अटूट भक्ति के बल पर भगवान को प्राप्त किया, यह कथा प्रत्येक मानव को लक्ष्य के प्रति अडिग रहने और ईश्वर में पूर्ण विश्वास रखने की प्रेरणा देती है। कथा के दौरान पूरा पंडाल “हरि-हरि” और “नारायण” के जयकारों से गूंज उठा, श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर स्वयं को धन्य माना और धर्म, भक्ति एवं सदाचार के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर मुख्य रूप मनोज नौतनानी, हर्षिल भोजवानी, पप्पू बघेल, पुनीत चंदानी , लेखपाल राजेंद्र बघेल, उत्तम सिंह,अनिल बघेल,अंकित बघेल,राहुल बघेल,रोहित गुप्ता,सूरज बघेल,योगेश कुमार, महिला मंडल श्रीमती राजबाला बघेल, सर्वेश बघेल आदि मौजूद रहे।
