चंडीगढ़। हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद और चर्चित अभिनेत्री कंगना रनौत ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर एक खास झलक साझा की, जिसमें वह सांसद नवीन जिंदल की बेटी की शादी से पहले होने वाले संगीत समारोह के लिए डांस रिहर्सल करती नजर आ रही हैं। कंगना के साथ तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले और खुद नवीन जिंदल भी रिहर्सल में शामिल दिखाई दे रहे हैं।
कंगना ने दिखाए रिहर्सल के फिल्मी पल
कंगना ने तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा— “साथी सांसदों के साथ कुछ फिल्मी पल… नवीन जिंदल जी की बेटी के संगीत की रिहर्सल कर रही हूं।” जिंदल परिवार की इस शादी में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की मौजूदगी खास तौर पर चर्चा में है।
उद्योगपति और जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल 2004 और 2009 में कांग्रेस सांसद रह चुके हैं। मार्च 2024 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा और पार्टी के प्रत्याशी के रूप में कुरुक्षेत्र से लोकसभा पहुंचे। उनकी माता सावित्री जिंदल भी हरियाणा की प्रमुख राजनीतिक हस्तियों में शामिल रही हैं, जिन्होंने 2005 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर हिसार से जीत दर्ज की थी। 2024 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल कर बाद में भाजपा को समर्थन दिया।
उधर, कंगना रनौत, महुआ मोइत्रा और सुप्रिया सुले की एक साथ रिहर्सल वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन सकती हैं, क्योंकि इन नेताओं के बीच पहले कई बार तीखी राजनीतिक बयानबाज़ी हो चुकी है। महुआ मोइत्रा लंबे समय से भाजपा की मुखर आलोचक रही हैं। वह सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं में हस्तक्षेप और असहमति को दबाने जैसे आरोप लगाती रही हैं।
2020 में कंगना रनौत को Y+ सुरक्षा मिलने के बाद भी मोइत्रा ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए थे। उस समय कंगना और तत्कालीन महाराष्ट्र सरकार के बीच सुशांत सिंह राजपूत की मौत के केस को लेकर विवाद चरम पर था। ऐसे में इन नेताओं का संगीत समारोह की रिहर्सल में एक साथ नजर आना राजनीतिक हलकों में नए चर्चाओं को जन्म दे रहा है।
कौन हैं नवीन जिंदल?
नवीन जिंदल हरियाणा के कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद हैं और देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों में से एक जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन भी हैं। उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 2004 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में हुई। 2004 और 2009 दोनों लोकसभा चुनावों में वे कुरुक्षेत्र से सांसद बने। मार्च 2024 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया और उसी वर्ष फिर से लोकसभा पहुंचे।
परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि
नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल हरियाणा की प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियों में गिनी जाती हैं। वे 2005 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर हिसार से विधायक चुनी गईं और राज्य में कैबिनेट मंत्री भी रहीं। 2014 में हार के बाद उन्होंने 2019 में चुनाव नहीं लड़ा। वर्ष 2024 में, बेटे नवीन जिंदल द्वारा कांग्रेस छोड़ने के बाद उन्होंने भी पार्टी से दूरी बना ली और हिसार से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने का निर्णय लिया।
