आगरा: जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में शुक्रवार को विकास भवन सभागार में किसान दिवस का आयोजन संपन्न हुआ। बैठक की शुरुआत उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार द्वारा किसान दिवस के उद्देश्य और महत्व पर प्रकाश डालने से हुई। बड़ी संख्या में किसान और विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि इस मौके पर उपस्थित रहे।
सिंचाई व्यवस्था को लेकर उठी गंभीर शिकायतें
किसानों ने जिलाधिकारी के समक्ष माइनर व रजबाहों की सिल्ट सफाई और स्क्रैपिंग कार्य में अनियमितताओं की शिकायत रखी। किसानों ने बताया कि सिल्ट को पटरी पर ही छोड़ दिया गया है, जिससे संचालन प्रभावित हो रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग को तत्काल तलब किया।
अधिशासी अभियंता ने बताया कि नहरों की सफाई का कार्य किया गया है और जल निगम तथा नगर निगम द्वारा माइनर में छोड़े जाने वाले शोधित जल पर रोक लगाने की कार्रवाई भी प्रगति पर है।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि कृषि विभाग, तहसीलों के नायब तहसीलदार एवं बीडीओ की संयुक्त टीम बनाकर सिल्ट एवं स्क्रैपिंग कार्य की जांच और सत्यापन कराएं। साथ ही किसान नेताओं की मौजूदगी में स्थलीय निरीक्षण कराकर नहरों में समय से पानी संचालन सुनिश्चित किया जाए।
यूरिया की उपलब्धता और वितरण पर चर्चा
बैठक में सहकारी समितियों में यूरिया की कमी और निजी विक्रेताओं द्वारा अधिक मूल्य वसूलने की शिकायतें भी सामने आईं.
जिला कृषि अधिकारी ने स्पष्ट किया कि जनपद में 17,821 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है और कमी की कोई समस्या नहीं है। जिलाधिकारी ने सहायक निबंधक सहकारिता और जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिया कि किसानों की मांग के अनुरूप यूरिया की समयबद्ध उपलब्धता सुनिश्चित की जाए व वितरण व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
बाजरा खरीद पर भी हुई विस्तृत चर्चा
मक्का, धान और बाजरा खरीद को लेकर भी कई शिकायतें सामने आईं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने बताया कि जनपद में बाजरा खरीद हेतु 16 क्रय केंद्र संचालित हैं। गत वर्ष नवंबर मध्य तक जहाँ 60 हजार क्विंटल खरीद हुई थी, वहीं इस वर्ष अब तक 2,077 किसानों से 80 हजार क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है।
उन्होंने बताया कि खरीद प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है, जिसमें आई-स्कैनिंग की व्यवस्था भी है ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। सीमांत किसानों के लिए विशेष अभियान भी चलाया गया है।
कुछ किसानों द्वारा बिना नंबर और टोकन के ट्रैक्टर केंद्र पर लगा दिए जाने से अव्यवस्था पैदा होती है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि पुलिस विभाग की मदद से व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और सीमांत किसानों को प्राथमिकता देते हुए समय से टोकन जारी किए जाएँ। उन्होंने बाजरा खरीद प्रगति की नियमित रिपोर्ट भेजने के निर्देश भी दिए।
इन अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह, उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई नीरज कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.के. पांडे सहित कृषि, सिंचाई, राजस्व, खाद्य एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान एवं किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
किसान दिवस में उठाई गई समस्याओं और दिए गए निर्देशों से किसानों में यह भरोसा मजबूत हुआ कि प्रशासन उनकी हर समस्या के समाधान के प्रति गंभीर और प्रतिबद्ध है।
