मुंबई (अनिल बेदाग): क्रियायोग के प्रणेता और अमर हिमालयी योगी श्री महावतार बाबाजी के जीवन, उनके सिद्ध मार्ग और शिष्या माँ रुद्रात्मिका की आध्यात्मिक साधना पर आधारित फ़िल्म ‘फ़क़ीरियत’ 28 नवंबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है।
भद्रबाहू डिवाइन क्रिएशन्स एलएलपी के बैनर तले बनी इस फ़िल्म का निर्देशन संतोष मांजरेकर ने किया है। फ़िल्म गुरु-भक्ति, वैराग्य और त्याग की गहराई को परदे पर उकेरती है। इसकी कहानी गुरूमाई की प्रसिद्ध पुस्तकों ‘चिरुट जलती है’ और ‘अध्यात्म एक विद्रोह, एक क्रांति’ से प्रेरित है।
फ़िल्म में दीपा परब, उदय टिकेकर, विनीत शर्मा और संतोष जुवेकर (विशेष भूमिका) प्रमुख किरदार निभा रहे हैं। फ़क़ीरियत न केवल भक्ति-संगीत और अध्यात्म का संगम है, बल्कि यह आत्मचिंतन और आत्मज्ञान की राह दिखाने का भी प्रयास करती है।
माँ रुद्रात्मिका के शब्दों में— “फ़क़ीरियत त्याग, ज्ञान और समर्पण की अवस्था है, यही बाबाजी की शिक्षा है।”
यह फ़िल्म दर्शकों को भीतर झाँकने और अपनी आध्यात्मिक यात्रा को समझने के लिए प्रेरित करेगी।
