आगरा। सोमवार दोपहर जैसे ही घने बादलों ने शहर को घेरा, गर्मी और उमस से जूझ रहे आगरा वासियों ने राहत की सांस ली। करीब दोपहर 3:30 बजे अचानक आसमान पर काले बादल छा गए, और चंद मिनटों में दिन में ही शाम जैसा अंधेरा छा गया। देखते ही देखते झमाझम बारिश शुरू हो गई, जो लगभग आधे घंटे तक रुक-रुक कर चलती रही।
बारिश के दौरान ताजमहल क्षेत्र, सिविल लाइंस, कमला नगर, शाहगंज, संजय प्लेस, छावनी, रुनकता, नगला पदी, ट्रांस यमुना कॉलोनी और देहात क्षेत्रों में तेज वर्षा दर्ज की गई। कई जगहों पर तेज हवाएं भी चलीं।
सड़कों पर भरा पानी, राहगीरों को दिक्कत
शहर के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। सड़कों पर पानी भरने से वाहन चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ा और कई जगह दोपहिया वाहन बंद पड़ गए। नगर निगम के कर्मचारी देर शाम तक जलनिकासी में जुटे रहे।
मौसम विभाग ने जताई आगे भी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी हवाओं की संयुक्त सक्रियता के चलते यह बारिश हुई है। अगले 24 से 48 घंटों के भीतर आगरा और आसपास के जिलों—मथुरा, फिरोजाबाद, एटा और अलीगढ़—में भी हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
लोगों ने लिया मौसम का आनंद
बारिश के बाद शहर का तापमान लगभग 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर गया। गर्मी और उमस से राहत पाकर लोगों ने चाय-पकोड़े और सड़क किनारे के पकवानों का आनंद लिया। युवा और बच्चे सड़कों पर भीगते हुए झूम उठे। ताजमहल क्षेत्र में पर्यटकों ने भी बारिश में घूमने का मजा लिया।
स्थानीय प्रशासन अलर्ट
बारिश के बाद बिजली आपूर्ति कुछ क्षेत्रों में प्रभावित हुई, जिसे दुरुस्त करने के लिए विद्युत विभाग की टीमें सक्रिय रहीं। वहीं, नगर निगम ने जलभराव वाले इलाकों में पंपिंग सेट लगाकर पानी निकालने के निर्देश दिए हैं।
कुल मिलाकर, सोमवार की यह बारिश आगरा में गर्मी से राहत और खुशी की सौगात लेकर आई — लेकिन साथ ही जलभराव की समस्या ने प्रशासन की तैयारियों की भी पोल खोल दी।