लखनऊ : समाजवादी पार्टी ने यूपी की राजनीति में एक बड़ा और चौंकाने वाला कदम उठाया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आगामी चुनावों के लिए एक बिल्कुल नई और अनोखी रणनीति का ऐलान किया है। यादव ने घोषणा की है कि सपा अब पूरे प्रदेश के लिए एक ही घोषणापत्र जारी नहीं करेगी, बल्कि मथुरा-वृंदावन, हाथरस और आगरा जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थानों के लिए अलग-अलग ‘लोकल मैनिफेस्टो’ बनाएगी।
अखिलेश यादव का यह कदम सीधे तौर पर बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने की एक बड़ी कोशिश मानी जा रही है। अखिलेश यादव ने अपने इस नए दांव को ‘पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की महापुकार’ बताया है। साथ ही दावा किया कि यह पूरे प्रदेश के लिए एक आदर्श मॉडल बनेगा।
यूपी विधानसभा चुनाव 2027 में अभी चुनाव में कम से कम डेढ़ साल वक्त बचा है। इससे पहले सपा प्रमुख ने इस आशय के संकेत दिए हैं कि पार्टी सभी 75 जिलों के लिए अलग-अलग घोषणा पत्र बनाएगी। उन्होंने इसके पीछे तर्क भी पेश किए हैं। हालांकि अभी अखिलेश ने आगरा, हाथरस और मथुरा का ही ऐलान किया है।
कन्नौज सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर शुक्रवार, 12 सितंबर को यह ऐलान किया
उन्होंने लिखा कि समाजवादी बनाएंगे स्थान विशेष के लिए ‘लोकल मैनिफेस्टो’ : मथुरा-वृंदावन लोकल मैनिफेस्टो, हाथरस लोकल मैनिफेस्टो, आगरा लोकल मैनिफेस्टो।
अखिलेश यादव का यह कदम बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती है। ‘लोकल मैनिफेस्टो’ जारी करके अखिलेश यादव ये संदेश देना चाहते हैं कि सपा सिर्फ बड़े मुद्दों पर नहीं, बल्कि उनकी छोटी-छोटी समस्याओं पर भी ध्यान देगी। यह रणनीति बीजेपी के लिए एक बड़ा खतरा हो सकती है, क्योंकि अगर सपा इन क्षेत्रों में स्थानीय मुद्दों को भुनाने में सफल हो जाती है, तो बीजेपी को बड़ा नुकसान हो सकता है। अब देखना यह है कि बीजेपी अखिलेश यादव के इस नए दांव का मुकाबला कैसे करती है?
ये रणनीति है कुछ खास
अखिलेश यादव का यह ‘लोकल मैनिफेस्टो’ सिर्फ एक चुनावी वादा नहीं, बल्कि एक गहरी रणनीति का हिस्सा है। इसका उद्देश्य हर क्षेत्र की स्थानीय समस्याओं को प्रमुखता से उठाना और जनता को यह विश्वास दिलाना है कि समाजवादी पार्टी ही उनके मुद्दों का समाधान कर सकती है।
अखिलेश ने कहा कि यह ‘लोकल मैनिफेस्टो’ एक सार्थक पहल है, जो पूरे प्रदेश के लिए एक आदर्श मॉडल बनेगा। उन्होंने कहा कि जहां जैसी जरूरत होगी, इसी तरह के ‘लोकल मैनिफेस्टो’ बनाकर सड़क, फ्लाईओवर, बिजली, पानी, जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं पर समयबद्ध तरीके से काम किया जाएगा।
उन्होंने दावा किया कि जनता आज भी समाजवादियों के कामों को याद करती है और उन पर पूरा विश्वास करती है। उनका मानना है कि इस तरह के विशिष्ट प्रयासों से जनता एक बार फिर समाजवादियों की ‘सौहार्दपूर्ण और विकासोन्मुखी’ सरकार बनाएगी।
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