लखनऊ। समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर सोमवार दोपहर एक युवक ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। घटना के दौरान वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर युवक की जान बचाई। सूचना मिलते ही गौतमपल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल भेजा, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
युवक की पहचान अलीगढ़ निवासी योगेश के रूप में हुई है। शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि 6 लाख रुपये के लेन-देन विवाद में सुनवाई न होने से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया।
एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि योगेश अपने भाई गुड्डू और परिचित महिला सबा के साथ सपा कार्यालय आया था। गुड्डू और सबा दफ्तर के अंदर चले गए, जबकि योगेश बाहर ही रहा। थोड़ी देर बाद उसने सड़क पर खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। लोगों ने पानी और कंबल डालकर आग बुझाई। पुलिस ने ई-रिक्शा की मदद से घायल योगेश को अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस पूछताछ में योगेश ने आरोप लगाया कि उसके मोहल्ले के रहने वाले तीन सगे भाई दानिश, वसीम और नाजिम तथा मास्टर नामक व्यक्ति, जो सट्टेबाजी का काम करते हैं, ने उससे 6 लाख रुपये उधार लिए थे। अब रुपये मांगने पर वे उसे गालियां देते हैं और धमकाते हैं।
घटना पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि निर्मम भाजपा सरकार से हताश होकर एक युवा ने आत्मदाह के द्वारा सरकार को जगाने के लिए जो कोशिश की है वो बेहद दर्दनाक है। भाजपा सरकार घायल युवक को अच्छे से अच्छा इलाज-उपचार सुनिश्चित करे और युवक को न्याय प्रदान करे। नाइंसाफी, नाउम्मीदगी और निराशा भाजपा सरकार की पहचान बन गयी है। बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण!
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