आगरा। यमुना के रौद्र रूप में आने के बाद बाह तहसील में बटेश्वर स्थित ब्रह्मलाल मंदिर में जहां आम श्रद्धालुओं के दर्शनों पर रोक लगा दी गई है, वहीं मंदिर में बाबा बटेश्वरनाथ की नित्य-पूजा अर्चना और आरती यथावत जारी है।
ब्रह्मलाल मंदिर के गर्भगृह में यमुना का पानी पहुंच गया है। श्रद्धालु इसे मां यमुना द्वारा महादेव के जलाभिषेक के रूप में देखकर आनंदित हो रहे हैं। पानी से भरे गर्भगृह में नियमित आरती के दृश्य को देखकर भक्त भाव विभोर हो रहे हैं। लोग इसे अब तक का सबसे सुंदर दृश्य बताकर आनंदित हैं।
बहुत लम्बे वक्त के बाद ऐसा मौका आया है जब यमुना मैया ने बटेश्वरधाम में गर्भगृह तक पहुंचकर शिवलिंग का जलाभिषेक किया है। चूंकि समूचा मंदिर परिसर और आसपास का क्षेत्र यमुना की बाढ़ की चपेट में आ चुका है, इसलिए प्रशासन ने एहतियातन यहां श्रद्धालुओं के आवागमन पर रोक लगा दी है, लेकिन बटेश्वर गांव के लोग इस दृश्य को देखने से खुद को रोक नहीं पा रहे। तमाम भक्त ऐसे हैं जो सावधानी के साथ ब्रह्मलाल का जलाभिषेक करतीं यमुना मैया के दर्शन कर भाव विभोर हैं।
यमुना जल में डूबे गर्भगृह में बाबा बटेश्वरनाथ की आरती का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसे देखकर श्रद्धालु बहुत खुश हो रहे हैं। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि गर्भगृह में पानी भरा हुआ है। केवल शिवलिंग का ऊपरी हिस्सा दिखाई दे रहा है। शिवलिंग के आसपास भक्तों द्वारा चढाए गए फूल तैर रहे हैं। कुछ भक्त भी आसपास खड़े होकर आरती कर रहे हैं।
उधर यमुना में आई बाढ़ के कारण बटेश्वर गांव के तमाम घरों में पानी प्रवेश कर गया है। इन घरों के लोग जलस्तर बढते देख पहले ही सुरक्षित स्थानों पर चले गये थे। बटेश्वर के आसपास के यमुना किनारे के तमाम गांव भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। किसानों के चेहरों पर हवाइयां उड़ रही हैं क्योंकि बाढ़ के पानी में डूबने से उनकी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।
गांव कलीगर के एक वृद्ध किसान सड़क किनारे बैठकर तबाही पर आंसू बहाते हुए बोले सब कुछ बर्बाद हो गया। प्रशासन ने कोई मदद नहीं की और न ही पहले से सूचना दी।
बाढ में मकानों के घिरने के बाद लोग घरों को खाली कर रहे हैं। गांव के ही एक युवक ने कहा कि अभी तक प्रशासन की तरफ से मदद को कोई नहीं आया है और न ही पूर्व में जलस्तर बढ़ने की जानकारी दी गई थी।