आगरा नेशनल चैम्बर सभागार में सोमवार को ‘कर सुधार से विकास तक’ जीएसटी 2.0 मंथन का आयोजन हुआ। बैठक की अध्यक्षता चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल ने की जबकि जीएसटी प्रकोष्ठ चेयरमैन अमर मित्तल ने कहा कि सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट आमजन को राहत देने वाला है, लेकिन कर की दरों में असमानता व्यापारियों में भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है।
चैम्बर ने हैंड्रीक्राफ्ट और इंजन पर जीएसटी दर 12 से घटाकर 5 प्रतिशत करने के लिए वित्त मंत्री का आभार जताया। यह भी स्पष्ट किया कि चैम्बर ने पूर्व में ही वित्त मंत्री और जीएसटी काउंसिल को पत्र भेजकर दरों में कटौती की मांग की थी। हालांकि, सेंट्रीफ्यूगल डीजल वाटर पम्पसेट और उसके स्पेयर पार्ट्स पर 18 प्रतिशत दर यथावत रखी गई है, जिसे व्यापारियों ने न्यायसंगत नहीं माना और संशोधन की मांग की।
बैठक में कर विशेषज्ञ पराग सिंहल ने सरकारी आंकड़ों के आधार पर बताया कि जीएसटी 2.0 से अब तक कितना राजस्व प्राप्त हुआ और इसकी प्रगति कैसी रही। वहीं अधिवक्ता निखिल गुप्ता ने कहा कि सरकार को रिफंड प्रक्रिया को सरल बनाना चाहिए क्योंकि देरी होने से उद्यमियों की पूंजी अटक जाती है।
अधिवक्ता निखिल गुप्ता ने कहा कि सरकार द्वारा तीन दिन में जीएसटी रजिस्ट्रेशन पूर्ण करने की योजना सराहनीय है, लेकिन फिलहाल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जटिल बनी हुई है। चैम्बर ने यह भी मांग की कि अधिकारियों को व्यापारियों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार करना चाहिए और पॉलिसियों को निष्पक्ष तरीके से लागू करना चाहिए।
चैम्बर ने कहा कि आगरा टीटीजेड क्षेत्र होने के कारण यहां उद्योग पहले से कई प्रतिबंधों से जूझ रहे हैं। ऐसे में जीएसटी टारगेट न बढ़ाया जाए, ताकि व्यापारियों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।
बैठक में मांग रखी गई कि स्क्रैप पर कर दर कम कर लिटिगेशन घटाया जाए। वरिष्ठ व्यापारी विजय बंसल ने कहा कि सरकार सर्वशिक्षा अभियान के तहत शिक्षा को सस्ता करने का प्रयास कर रही है, लेकिन कॉपी निर्माताओं को 18 प्रतिशत श्रेणी में रखना अन्यायपूर्ण है। इससे शिक्षा महंगी होती है।
बैठक में चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल, उपाध्यक्ष विवेक जैन, कोषाध्यक्ष संजय गोयल, पूर्व अध्यक्ष एवं जीएसटी प्रकोष्ठ चेयरमैन अमर मित्तल, सीताराम अग्रवाल, अनिल वर्मा, मुकेश अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, अतुल कुमार गुप्ता, श्रीकिशन गोयल, शलभ शर्मा, अंबुज गोयल, पराग सिंहल, अधिवक्ता निखिल गुप्ता, हरीश सुन्दरानी, राजेंद्र कुमार अग्रवाल, विजय बंसल, अम्बा प्रसाद गर्ग, सतीश अग्रवाल, नितेश अग्रवाल, साहिल अग्रवाल, गिरीश चंद गोयल, मयंक मित्तल, नारायण भरानी, रोशन आदि गणमान्य व्यापारी मौजूद रहे।