—- बीएसयूपी ताजनगरी और शास्त्रीपुरम योजना की जांच में खुलासा
—– कारण बताओ नोटिस जारी,सात दिन में देना होगा स्पष्टीकरण
आगरा। सरकार की महत्वाकांक्षी आवासीय योजनाओं का लाभ गरीब और जरूरतमंदों को मिल सके, इसके लिए कड़े नियम बनाए गए हैं, लेकिन हकीकत इससे उलट सामने आई है। नगर निगम प्रशासन की जांच में खुलासा हुआ है कि बड़ी संख्या में लाभान्वित लोग अपने सरकारी आवासों को किराये पर उठाकर खुद कहीं और रह रहे हैं।
शिकायतों के बाद अपर नगर आयुक्त एवं प्रभारी डूडा शिशिर कुमार ने जांच कराई तो बीएसयूपी ताजनगरी आवासीय योजना और शास्त्रीपुरम योजना में दर्जनों ऐसे आवास मिले, जिन पर ताले लटक रहे थे या उनमें किरायेदार रह रहे थे। ये आवास डूडा के माध्यम से लाभार्थियों को आवंटित किए गए थे। अपर नगर आयुक्त ने आज स्वयं मौके पर जाकर जांच की। उन्होंने बताया कि जिन आवासों में ताले लटके मिले हैं या किरायेदार पाए गए हैं, उनके मूल आवंटियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं। नोटिस मिलने के सात दिन के भीतर आवंटियों को संतोषजनक जवाब देना होगा, अन्यथा आवंटन रद्द किया जा सकता है।
अपर नगर आयुक्त ने बताया कि ताजनगरी योजना में कुल 608 और शास्त्रीपुरम योजना में 1360 आवास बनाए गए हैं। इनकी नियमित जांच की जा रही है ताकि वास्तविक लाभार्थी को ही योजना का फायदा मिल सके। उन्होंने साफ कहा कि सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।