उत्तर प्रदेश के शामली जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहाँ एक मुस्लिम युवक इमामुद्दीन अंसारी ने खुद को ‘बाबा बालकनाथ’ बताकर मंदिर में पुजारी बन बैठा। वह पिछले कई वर्षों से शनिदेव के मंदिर में पूजा-पाठ कर रहा था, और ग्रामीण उसे असली साधु समझते रहे।
गिरफ्तारी के बाद खुली परतें
थानाभवन क्षेत्र के मंटी हसनपुर गांव स्थित इस मंदिर में लंबे समय से रह रहे तथाकथित बाबा को जब स्थानीय खुफिया एजेंसियों और पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया, तो उसका असली नाम इमामुद्दीन अंसारी निकला। वह खुद को बाबा बालकनाथ बताकर लोगों को पूजा करवाता था।
फर्जी दस्तावेजों का जखीरा बरामद
पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो कई फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य पहचान पत्र बरामद हुए। पूछताछ में उसने खुद को पश्चिम बंगाल का निवासी बताया है।
धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ का मामला दर्ज
ग्रामीणों और मंदिर ट्रस्ट की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 295A के तहत धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ का मामला दर्ज किया गया है।
इंटेलिजेंस और ATS सक्रिय
मामले की गंभीरता को देखते हुए इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और स्थानीय पुलिस के साथ-साथ ATS ने भी जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह मामला सोची-समझी घुसपैठ या धार्मिक छल का हिस्सा प्रतीत हो रहा है।
शामली पुलिस अधीक्षक ने कहा, “एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा धर्म परिवर्तन की झूठी पहचान बनाकर धार्मिक स्थल पर लंबे समय तक रहना एक गंभीर विषय है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
दो आधार कार्ड और पैन कार्ड मिले
एक आधार कार्ड पर बंगाली नाथ केयरऑफ कमलनाथ निवासी शाकंभरी रोड पानी की टंकी लक्ष्मी नारायण मंदिर सहारनपुर अंकित है। अन्य अन्य दो आधार कार्ड और पैन कार्ड पर इमामुद्दीन अंसारी निवासी कस्बा व थाना काल चीनी जिला अलीपुरद्वार पश्चिमी बंगाल लिखा हुआ पाया गया।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
एसपी ने बताया कि पुलिस की तरफ से आरोपी के विरुद्ध कूटरचित रचित दस्तावेज बनाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी को कैराना न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।एसपी ने बताया कि फिलहाल आरोपी की अन्य कोई संदिग्ध गतिविधियां सामने नहीं आई है। इस प्रकरण की गहनता से जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उधर, यह मामला सामने आने पर जांच एजेंसियां भी मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
टीम पश्चिम बंगाल रवाना
एसपी के अनुसार इमामुद्दीन अंसारी के आधार कार्ड पर लिखे पते का सत्यापन करने और उसके बारे में जानकारी जुटाने के लिए पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना कर दी गई है। पुलिस टीम वहां पर जाकर आरोपी के बारे में गहनता से छानबीन करेगी ताकि उसकी असलियत सामने आ सके। पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि वहां पर उसके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज तो नहीं है।
इसके अलावा पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि उसने आधार कार्ड में अपना नाम कहां पर और किस तरह से बदलवाया। आधार कार्ड में नाम बदलवाने में कौन लोग शामिल रहें। पुलिस को अभी उसके पास किसी बैंक में खाता होने की जानकारी नहीं मिली है। इसके साथ ही कोई आपत्तिजनक दस्तावेज नहीं मिला। जांच में पता चला कि उसने कहीं पर धर्म परिवर्तन भी नहीं किया था।
हिंदू संगठनों ने पुलिस प्रशासन से आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग
मंटी हसनपुर में नाम व पहचान बदलकर रह रहे मुस्लिम व्यक्ति को लेकर रोष व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की। जिला मठ मंदिर प्रमुख भारत भूषण ने कहा घटना अप्रत्याशित है। पूरे जिले मे संगठन जांच अभियान चलाएगा तथा ऐसे तत्वों पर पूरी निगाह रखेगा ताकि भविष्य ऐसा दूसरा कांड न हो। पुलिस प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
विहिप के जिला सेवा प्रमुख विन्नी राणा ने कहा संगठन संपूर्ण जनपद में पूरी तरह तैयार है। पकड़े गए आरोपी पर सख्त कार्रवाई कराएगा। इसके लिए ग्रामीण स्तर पर भी कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जा रहा है। विहिप के जिला महामत्री शालू राणा ने कहा संगठन पूरी तरह ताकत लगा देगा कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। सनातन के खिलाफ चलाए गये किसी भी षडयंत्र को सफल नहीं होने दिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में साधु के वेश में भिक्षा मांगने वालों की भी अब संगठन के कार्यकर्ता व ग्रामीण जांच करेंगे।
साभार सहित