आगरा। नगर निगम की राजस्व टीम ने अपने किरायेदारों से वसूली के मामले में पिछले कई सालों का रिकार्ड इस बार तोड़ दिया। पिछले सालों की अपेक्षा 2024-25 में 15 लाख रुपये अधिक की वसूली की गयी। इस दौरान एक दर्जन से अधिक सम्पत्तियों के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई भी की गयी। विज्ञापन मद में भी
सहायक नगर आयुक्त एवं प्रभारी संपत्ति अशोक प्रिय गौतम ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नगर के विभिन्न स्थानों पर नगर निगम की लगभग एक हजार संपत्तियां जिनमें दुकानें और स्टॉल हैं लोगों के पास किराये पर हैं। इनसे निगम को हर साल लाखों रुपये की आय किराये के रुप में होती है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में निगम को इस मद में एक करोड़ उनचास लाख चौबीस हजार वानवे रुपये की आय हुई जो कि गत बीते साल की अपेक्षा 15 लाख रुपये अधिक है। एसएनए के अनुसार साल 2023-24 में इस मद में एक करोड़ चौतीस लाख पचास हजार आठ सौ पैंसठ रुपये की आय हुई थी जबकि साल 2022-23 में एक करोड़ पच्चीस लाख तिहत्तर हजार और साल 2021-22 में ये एक रोड़ 26 हजार रुपये के लगभग थी। इसी प्रकार से विज्ञापन मद में भी पिछले सालों की अपेक्षा वित्तीय वर्ष 2024-25 में दो करोड़ सात लाख रुपये की अधिक वसूली की गई।
वित्तीय वर्ष 2024-25 विज्ञापन से नगर निगम को आठ करोड़ चालीस लाख चौरानवे हजार पांच सौ सोलह रुपये की आय हुई है जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 में ये दो करोड़ तिरानवे लाख, 2023-24 में तीन करोड़ पिच्यासी लाख और साल 2023-24 में छह करोड़ तेतीस लाख रुपये थी। इस मद में भी नगर निगम को दो करोड़़़ सात लाख रुपये की अधिक आय हुई है।
