मैं तो राधा हूं श्याम की… भजन सुनते ही भाजपा नेता योगेश रोहिला हो गया था आगबबूला, और विकृत सोच से मिटा डाला अपने परिवार का अस्तित्व

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लखनऊ। यूपी के सहारनपुर जिले में बीते शनिवार को एक ऐसी दर्दनाक घटना घटी जो समाज को हिलाकर रख दिया है। जहां शक और विकृत सोच से एक परिवार का अस्तित्व ही मिट गया। भाजपा नेता योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी नेहा और उनके तीन मासूम बच्चों को गोली मारकर क्राइम किया, बल्कि एक ऐसी कहानी है जो शैतान इंसान के दिमाग की विकृत सोच और शक की आग में जलते रिश्तों की कहानी बयां करती है।

मैं तो राधा हूं श्याम की… भजन सुनते ही योगेश का खौल उठा खून, हैरान कर देगा कातिल का कबूलनामा

दरअसल, योगेश को शक था कि उनकी पत्नी नेहा का एक श्याम नाम के युवक से अवैध संबंध है। इसी शक के चलते, जब नेहा सुबह से ‘मैं तो राधा हूं श्याम की’ भजन गुनगुना रही थीं, तो योगेश का गुस्सा भड़क उठा। बहस हुई, और गुस्से में आकर योगेश ने नेहा को गोली मारी। बल्कि उसने अपने दोनों मासूम बेटों और बेटी श्रद्धा को भी गोली मारकर उन्हें छत से नीचे फेंक दिया। तीनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नेहा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।

यह घटना समाज में बढ़ती हिंसा और शक की मानसिकता पर खड़ा करती है बड़ा सवाल

यह घटना न सिर्फ एक परिवार के तबाह होने की कहानी है, बल्कि समाज में बढ़ती हिंसा और शक की मानसिकता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। आखिर क्यों एक पिता ने अपने ही बच्चों की जान ले ली? क्यों एक पति ने अपनी पत्नी को गोली मार दी? यह सवाल हम सभी को झकझोर रहे हैं।

जानें योगेश रोहिला की पूरी क्राइम कुंडली, योगेश की प्रताड़ना से तंग होकर 2007 में पिता-माता और चार बहनों समेत परिवार के 6 लोगों ने मौत को गले लगा लिया

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गंगोह में जघन्य हत्या कांड को अंजाम देने वाला भाजपा नेता योगेश रोहिला शुरू से ही शातिर और अपराधी प्रवृत्ति का रहा है। योगेश के पिता पेशे से एक अध्यापक थे। चार बहनों और माता समेत कुल सात सदस्यों का परिवार था। योगेश अपने परिवार के लोगों को परेशान करता था। जानकारी के अनुसार,योगेश की प्रताड़ना से तंग होकर 2007 में पिता-माता और चार बहनों समेत परिवार के 6 लोगों ने मौत को गले लगा लिया था।

योगेश के पिता रमेश रोहिला, माता और चार बहनों समेत एक ही दिन में परिवार के 6 लोगों के शव गांव के श्मशान घाट से बरामद किए थे। जिन्हें जलती चिता से कब्जे में लिया गया था। इस पूरे प्रकरण में योगेश रोहिला और 60 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था।

योगेश रोहिला लगातार अपने माता- पिता और बहनों को परेशान करता था। वह उन्हें खर्च भी नहीं दे रहा था। जिसके चलते पिता को लगा कि वह अब अपनी बेटियों की शादी भी नहीं कर पाएंग। इसी के चलते परिवार के ही छह लोगों ने जहर का सेवन कर लिया था।

पहली पत्नी की भी हुई थी मौत

2013-14 में शादी होने के बाद 2015 में योगेश रोहिला की पहली पत्नी की भी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई थी। जानकारी के अनुसार, उसे भी जहर दिया गया था, लेकिन राजनीतिक पकड़ के चलते पूरे मामले पर पर्दा डाल दिया गया। अब 2025 में योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को गोली मारी है जिनमें से तीनों की मौत हो चुकी है। पत्नी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। अगर पूरे प्रकरण पर आकलन किया जाए तो 2007 से लेकर 2025 तक आरोपी भाजपा नेता के परिवार में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है।

आरोपी भाजपा नेता खुद को मानता है रसूखदार 

आरोपी भाजपा नेता स्वयं को बड़ा रसूखदार नेता मानता था। आसपास के क्षेत्र में भी इसका बड़ा खौफ था। भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं के साथ उसका उठना बैठना रहा है। मुकदमे दर्ज कराने, लोगों को लोन दिलाने समेत कई मामलों में वो शामिल रहता था। इतना ही नहीं, कई लोग इसके खौफ से तंग आकर क्षेत्र को भी छोड़कर भाग गए।

पत्नी को करता था प्रताड़ित

भाजपा नेता योगेश रोहिला ने हत्याकांड को अंजाम देने से एक दिन पहले यानी शुक्रवार को भी अपनी पत्नी की जमकर पिटाई की थी। ग्रामीणों ने अपना नाम छिपाने की शर्त पर बताया कि शुक्रवार को आरोपी ने अपनी पत्नी की चोटी पकड़ कर गांव में घुमाया और उसकी जमकर पिटाई भी की। पिछले दो महीने से लगातार पत्नी को टॉर्चर कर रहा था और उसके साथ मारपीट भी करता था। लगातार अपनी पत्नी के चरित्र पर शक कर रहा था। जिसके चलते पूरे परिवार को मानसिक और शारीरिक रूप से टॉर्चर कर रहा था।

-साभार सहित

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