
आगरा, 30 जनवरी। स्वच्छ सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग लाने के लिए नगर निगम के अधिकारी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। शहर की सफाई व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के लिए अधिकारियों को अलग अलग जिम्मेदारी सौंप कर नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल रोजाना शाम को समीक्षा बैठक कर फीड बैक ले रहे हैं। स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए सभी स्कूलों में स्वच्छता समितियों का गठन किया जा रहा है। अच्छा काम करने वाले समितियों में चयनित बच्चों को सम्मानित भी किया जा रहा है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए भारत सरकार की टीम कभी भी सर्वे के लिए आ सकती है। इसी के मद्देनजर नगर निगम अभियान चला कर शहर की सफाई व्यवस्था को चाक चौबंद करने में जुटा हुआ है। 15 -15 दिनों का रोस्टर बनाकर मोहल्लों में गैंग लगाकर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए स्कूली बच्चों का सहयोग भी लिया जा रहा है। नगर निगम की सहयोगी संस्था संवेदना डवलेपमेंट सोसायटी स्कूलों में जाकर स्वच्छता समितयों का गठन कर रही है। समिति में चयनित बच्चों को प्रषिक्षण देकर बताया जा रहा है अपने घर,स्कूल,मोहल्लों को लोग किस प्रकार से स्वच्छ रख सकते हैं। इस दौरान बच्चों को प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करने,होम कंपोस्टिंग, कम्युनिटी कंपोस्टिंग, वेस्ट वस्तुओं का किस प्रकार से उपयोग किया जाए आदि की भी जानकारी दी जा रही है। ये बच्चे इस जानकारी को अपने स्कूल घरों के साथ साथ अपने मोहल्ले के लोगों तक पहुंचाकर उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरुक कर रहे हैं। प्रत्येक जोन में हर माह पन्द्रह से बीस स्कूलों में कार्यशालाओं और प्रतियोगिताओं का आयोजन कर बच्चों को नगर निगम की सहयोगी संस्था संवेदना डेवलपमेंट सोसायटी की टीम के अलावा एसएफआई और सुपरवाइजरों के द्वारा स्वच्छता के प्रति जागरुक किया जा रहा है। अभी तक तीन दर्जन से अधिक स्कूलों में स्वच्छता समितियों का गठन किया जा चुका है।
–लोपामुद्रा स्कूल में गठित स्वच्छता बाल समिति का सम्मान—
लोपामुद्रा स्कूल में गठित की गयी स्वच्छता बाल समिति के सदस्यों का आज सम्मान किया गया। स्कूल प्रांगण में एक कदम स्वच्छता की ओर अभियान चलाया गया जिसमें सभी बच्चों को संदेश दिया गया कि वे अपने शहर को स्वच्छ रखने के लिए काम करेंगे। इस दौरान स्कूल परिसर की साफ सफाई के अलावा प्लॉगरन का आयोजन भी किया गया।