जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में फॉर्मर-आईडी, टीबी मुक्त जनपद, फैमिली- आईडी के संबंध में समीक्षा बैठक संपन्न
फॉर्मर रजिस्ट्री पंजीकरण के बाद ही किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि की आगामी किश्त का मिल सकेगा लाभ, फॉर्मर-आईडी रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि जनवरी 2025, निर्धारित शुल्क देकर किसी भी सीएससी पर किसान करा सकते हैं व स्वयं भी कर सकते हैं अपना फॉर्मर-आईडी पंजीकरण
आगरा.28.12.2024.आज फॉर्मर-आईडी, टीबी मुक्त जनपद, फैमिली- आईडी के संबंध में जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी जी की अध्यक्षता में ऑनलाइन समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि किसान रजिस्ट्री,डिजिटल पहचान पत्र (गोल्डन कार्ड)उत्तर प्रदेश के समस्त भूमि धारक किसानों के लिए अनिवार्य पंजीकरण व्यवस्था की गई है जिसके विभिन्न लाभ होंगे यह कृषि क्षेत्र के डिजिटल बदलाव का अहम हिस्सा है।
किसान रजिस्ट्री से किसानों को बार-बार केवाईसी की ज़रूरत नहीं पड़ेगी कृषकों को KCC बनवाने के लिए व अन्य कृषि ऋण हेतु अन्य किसी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी।किसान रजिस्ट्री से किसानों की सत्यापन योग्यता स्थापित होती है।फार्मर रजिस्ट्री के बाद किसानों को एक डिजिटल पहचान पत्र यानी गोल्डन कार्ड मिलेगा।जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण के बाद ही किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त का लाभ मिलेगा फॉर्मर आईडी पंजीकरण हेतु 05 जनवरी अंतिम तिथि निर्धारित की गई।
किसान रजिस्ट्री से किसानों की आजीविका में सुधार के लिए बेहतर योजनाएं बनाई जा सकती हैं जिनका लाभ फॉर्मर आईडी पंजीकृत किसान को मिलेगा उन्हें खाद, बीज एवं कृषि उपकरण खरीदने में सब्सिडी की सुविधा दी जाएगी। फॉर्मर-आईडी ग्राम में लगाये जा रहे शिविर (कैंप में कृषि/पंचायत विभाग के कार्मिक एवं राजस्व लेखपाल के माध्यम से तथा नजदीकी सीएससी/डिजिटल सेवा केंद्र के माध्यम से निर्धारित शुल्क देकर या स्वयं किसान भी FARMER Registry Sahayak UP App के अथवा upfr.agristack.gov.in/farmer- registry-up/#/ पोर्टल के माध्यम सेफॉर्मर आईडी बनाई जा सकती है।
किसान रजिस्ट्री बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज में जमीन की खतौनी,आधार कार्ड और एक मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो की आवश्यकता होगी जिससे कि ओटीपी प्राप्त किया जा सके,अधिक जानकारी अथवा किसी समस्या के लिए सम्बंधित राजस्व लेखापाल/ कृषि प्राविधिक सहायक से संपर्क कर सकते हैं।। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी 15 ब्लॉक के ग्राम प्रधानों तथा एडीओ पंचायत को निर्देशित किया कि उक्त कार्य प्राथमिकता के आधार पर संपन्न कराएं।
बैठक में जनपद को टीबी मुक्त बनाए जाने हेतु आज से चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि 2025 तक उत्तर प्रदेश को टीबी मुक्त लक्ष्य हेतु,जनपद में अभियान चला कर टीबी के मरीजों को लक्षणों के आधार पर चिह्नित करने, उनकी जांच कराने को निर्देशित किया गया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सक्रिय क्षयरोगी अभियान-2025 के अंतर्गत क्षय रोगियों की पहचान कर उन्हें टीबी पेशेंट को मुफ्त उपचार तथा प्रतिमाह 01 हजार रुपए कुल 06 हजार की राशि दी जाएगी तथा चिह्नित कराने पर प्रति मरीज 500 की राशि सुनिश्चित की गई है।
बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में फैमिली आईडी की प्रगति की समीक्षा की तथा बताया कि पात्रता धारण न करने या अन्य कारणों से जिनका राशन कार्ड नहीं बना है उनका फैमिली आईडी बनाया जाना है प्रत्येक पंचायत में ग्राम विकास अधिकारी/ ग्राम पंचायत अधिकारी इस हेतु नोडल हैं, जिलाधिकारी ने सभी ग्राम प्रधानों तथा एडीओ पंचायत को उक्त कार्य में धीमी प्रगति पर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण श्रीवास्तव, डीडी कृषि पुरुषोत्तम मिश्रा, बीएसए जितेंद्र कुमार गोंड, डीपीआरओ मनीष कुमार, पीडी डीआरडीओ रेनू कुमारी, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सिंह सहित सभी ग्राम प्रधान तथा एडीओ पंचायत ऑनलाइन रूप से मौजूद रहे।