राजधानी लखनऊ से एक अनोखी शादी का मामला सामने आया है। आपने इस तरीके की शादी फिल्मों को छोड़कर शायद ही हकीकत में कही देखी होगी। बॉलीवुड के शाहिद कपूर की काफी पुरानी फिल्म विवाह में इसका मिलता झुलता सीन दर्शाया गया था। अब यह शादी वास्तव में राजधानी लखनऊ में हुई है। दरअसल, लखनऊ के एक अस्पताल में आईसीयू के अंदर मुस्लिम रीति रिवाज के साथ दो बेटियों का निकाह हुआ है।
सैयद मोहम्मद जुनेद इकबाल लंबे समय से बीमार थे। उन्हें एरा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में दाखिल कराया गया था। इकबाल की तबीयत पिछले 2 दिन से ज्यादा बिगड़ने लगी थी। इधर दोनों बेटियों के निकाह की तारीख पहले से तय थी। डॉक्टर से डिस्चार्ज करने की गुहार लगाई लेकिन डॉक्टर ने मना कर दिया।
उन्होंने ओटी इंचार्ज डॉक्टर मुसतहसिन से अपनी दोनों बेटियों के निकाह करवाने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह उनकी आखिरी ख्वाहिश है कि उनकी आंखों के सामने बेटियों का निकाह हो जाए।
इस दौरान वो बेहद भावुक हो गए। इसके बाद ओटी इंचार्ज मुसतहसिन ने इस संबंध में एरा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर एम. एम. ए. फरीदी से चर्चा किया। चर्चा के बाद अस्पताल प्रशासन ने मरीज़ की इच्छा का सम्मान करते हुए शादी करने की इजाजत दे दी। निकाह की तारीख पहले से तय थी। शादी के दौरान ICU के अंदर मरीज की दोनों बेटियां और उनके होने वाले दामाद और मौलाना कारी जरीफ को अंदर आने की अनुमति मिली। चंद लम्हों के बाद ममरीज़ इकबाल के सामने ही उनकी दोनों बेटियों का निकाह संपन्न करा दिया गया।
इसके बाद मरीज की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। निकाह के संबंध में मौलाना जरीफ ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में सैकड़ो निकाह पढ़ाया है। मगर पहली बार ऐसा हुआ है कि ICU के अंदर निकाह पढ़ाना हुआ। मौलाना ने कहा कि शादी सामाजिक और धार्मिक एतबार से बेहद जरूरी है। एरा मेडिकल कॉलेज ने आईसीयू के अंदर मरीज के ख्वाहिश का ध्यान रखते हुए इजाजत देकर एक बहुत नेक काम किया है।
मानवता के नाते अस्पताल प्रशासन की निकाह करने की इजाजत देने के बाद डॉक्टरों ने मौलाना और दूल्हे को आईसीयू में एंट्री दे दी, जिससे कि मौलाना ने मुस्लिम रीती रिवाज के साथ दोनों बेटियों को सादगी से अस्पताल में निकाह पढ़वाया। इस निकाह को देख अस्पताल प्रशासन की वहां पर मौजूद लोगों ने जमकर सराहना की ।