विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर रिएक्ट किया है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा। ऊंची महंगाई दर की वजह से वहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे। जयशंकर ने कहा कि पीओके के लोग अपनी स्थिति की तुलना जम्मू और कश्मीर से कर रहे होंगे और कह रहे होंगे कि भारत के इस केंद्र शासित प्रदेश में तेजी से प्रगति हुई है। जम्मू-कश्मीर की तरक्की देखकर ही पीओके में बवाल मचा हुआ है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वहां स्थिति का विश्लेषण अत्यंत जटिल है।
पीओके में उथल-पुथल मची है: जयशंकर
एस. जयशंकर ने कहा, ‘पीओके में उथल-पुथल मची हुई है, आप इसे सोशल मीडिया या टेलीविजन पर देख सकते हैं। इसका विश्लेषण बहुत जटिल है, लेकिन निश्चित रूप से, मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि पीओके में रहने वाला कोई व्यक्ति अपनी स्थिति की तुलना वास्तव में जम्मू-कश्मीर में रहने वाले किसी शख्स से कर रहा है। वो ये कह रहा है कि आज वहां के लोग वास्तव में कैसे प्रगति कर रहे हैं।’ विदेश मंत्री जयशंकर ने आगे कहा कि वे जानते हैं कि उन्हें कब्जा किए जाने, भेदभाव किए जाने और बुरे व्यवहार किए जाने का अहसास होता है। ऐसे में स्पष्ट रूप से ऐसी कोई भी तुलना उनके मन पर हावी हो जाएगी।
पीओके हमेशा भारत का हिस्सा रहा है और रहेगा
यह पूछे जाने पर कि पीओके का भारत में कब विलय होगा, जयशंकर ने सवाल को सही करते हुए दोहराया कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा था और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि विलय से आपका क्या तात्पर्य है, क्योंकि यह भारत का हिस्सा रहा है, यह हमेशा रहेगा। अगर आप मुझसे पूछें कि कब्जा कब समाप्त होगा, तो मुझे वास्तव में यह बहुत दिलचस्प लगेगा।
पीओके में हो रहे हिंसक प्रदर्शन
विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक अनुच्छेद 370 जारी था, तब तक हमारे अपने देश में पीओके को लेकर ज्यादा चर्चा नहीं हुई थी। 1990 के दशक में एक समय ऐसा भी था, जब पश्चिमी देशों ने हम पर कुछ दबाव डाला था। उस समय संसद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था।
जयशंकर की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब शुक्रवार से ही पीओके में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो रहे हैं। इसमें प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से बिजली की कीमतें कम करने का आग्रह किया है। मंगलवार को, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की ओर से अपने कर्मियों पर हमला करने वाले प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी करने के बाद कम से कम तीन लोग मारे गए और छह घायल हो गए थे।
-एजेंसी