कुट्टू का आटा जिसे Buck Wheat भी कहा जाता है, हमारे यहां अकार व्रत में खाया जाता है. यही वजह है कि ज्यादातर लोग इसे व्रत का आटा भी कहते हैं. यह आटा व्रत के अलावा भी खाया जा सकता है. इसकी वजह कुट्टू का स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होना है. इस आटे से बनी रोटी खाने से डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और डाइजेशन की समस्याएं दूर हो जाती है. यह ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने के साथ ही हार्ट को हेल्दी रखता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स आपको सेहतमंद बनाएं रखते हैं. आइए जानते हैं इसके सेवन से मिलने वाले फायदे
ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल
डायबिटीज मरीजों के लिए कुट्टू का आटा बेहद फायदेमंद होता है. यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है. इसमें प्रोटीन, फाइबर और फ्लेवोनॉयड्स जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पए जाते हैं. यह डायबिटीज टाइप टू को कंट्रोल करने में भी काफी सहायक है. साथ ही इंसुलिन रजिस्टेंस सही होने से शरीर का ब्लड शुगर तेजी से कंट्रोल हो सकता है.
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल कर हार्ट को रखता है हेल्दी
पिछले समय में हुई कई स्टडी में भी साबित हो चुका है कि कुट्टू का आटा खाते ही कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स कम हो जाता है. इसके नियमित सेवन पर ब्लड शुगर भी सीमित रहता है. यह हार्ट अटैक समेत दिल की कई गंभीर बीमारियों का खतरा कम कर देता है. कुट्टू के आटे से बना खाना खाने से हार्ट हेल्दी और ब्लड प्रेशर भी सही बना रहता है.
इंफ्लेमेशन की समस्या को करता है दूर
कुट्टू का आटा शरीर में इंफ्लेमेशन की समस्या को दूर कर नसों को बूस्ट करता है. कुट्टू में फ्लेवोनोइड्स रुटिन और क्वेरसेटिन भरपूर मात्रा में होता है. यह नसों को मजबूत करता है. साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को भी सही बनाएं रखता है. वहीं क्वेरसेटिन शरीर से इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं.
एलर्जी में भी है लाभदायक
कुछ लोगों को गेहूं के आटे से एलर्जी होती है. इसकी वजह आटे में ग्लूटेन का लेवल हाई होना है. वहीं कुट्टू का आटा इस बीमारी से जूझ रहे, लोगों के लिए बेहतर होता है. इसकी वजह कुट्टू का ग्लूटन फ्री होना है. इसमें दूसरे अनाज के आटों के मुकाबले फाइबर, मिनरल्स, विटामिन बहुत ज्यादा होते हैं. यही वजह है कि इसे चावल और गेहूं के आटे से बेहतर माना गया है.
पाचन क्रिया को रखता है सही
कुट्टू का आटा फाइबर से भरपूर होता है. 30 ग्राम कुट्टू के आटे में करीब 11 प्रतिशत होता है. यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है. फाइबर पाचन क्रिया को बूस्ट करने के साथ ही कब्ज को खत्म कर देता है.
– एजेंसी