पश्चिम बंगाल में राजधानी कोलकाता के गार्डेनरीच इलाक़े में रविवार आधी रात को एक बहुमंजिली निर्माणाधीन इमारत के अचानक ढह जाने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई.
इस हादसे में घायल 13 लोगों को बचा कर अस्पताल में दाखिल कराया गया है. कम से कम छह लोगों के अब भी मलबे के नीचे दबे होने का अंदेशा है.
मेयर फिरहाद हकीम ने बताया है, इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. सरकार ने हादसे की जांच और प्रमोटरों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी घायल होने के बावजूद मौक़े पर पहुँची हैं. उनको साथ दक्षिण कोलकाता की सांसद माला राय और पुलिस आयुक्त विनीत गोयल समेत पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं.
यह इलाका कोलकाता नगर निगम के मेयर और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम की है. वो पार्टी के एक अन्य मंत्री सुजित बसु के साथ पूरी रात मौके पर रह कर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करते रहे.
उन्होंने इस इमारत के निर्माण को ग़ैरकानूनी बताते हुए इसकी जांच के आदेश दिए हैं. मंत्री फिरहाद हकीम ने इस हादसे में मरने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख और घायलों को एक-एक लाख का मुआवजा देने का भी निर्देश दिया है.
रविवार आधी रात को अचानक इस इमारत का एक हिस्सा वहां करीब के कच्चे मकानों पर गिर पड़ा. इससे कम से कम 21 लोग मलबे में दब गए. इस हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई है.
सौमवार सुबह मौके का मुआयना करने पहुंची मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा “यह बेहद घनी आबादी वाला इलाका है. प्रमोटरों ने इस इमारत का एक हिस्सा अवैध रूप से बनाया है. मलबे में कम से कम पांच-छह लोग अभी फंसे हैं. उनको बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
दूसरी ओर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस हादसे के लिए मंत्री फिरहाद हकीम की खिंचाई करते हुए मलबे में दबे लोगों को शीघ्र बाहर निकालने को कहा है.
-एजेंसी