आगरा में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 12 प्रतिशत की वृद्धि

Press Release उत्तर प्रदेश

आगरा. 28/10/2024. मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आज मंगलवार को मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। बैठक में सर्वप्रथम मंडल के चारों जनपदों की सड़क दुर्घटनाओं की तुलनात्मक समीक्षा की गई। अवगत कराया गया कि विगत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जनवरी से सितंबर माह तक फिरोजाबाद और मैनपुरी में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है जबकि आगरा में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कैलेंडर वर्ष 2024 में फिरोजाबाद में जिला सड़क सुरक्षा समिति की कम बैठक होने पर महोदया द्वारा नाराज की व्यक्त की गई। तीन या तीन से अधिक मृत्यु वाली सड़क दुर्घटनाओं की समस्त स्टेक होल्डर विभागों के नामित प्रतिनिधियों द्वारा की जाने वाली संयुक्त जांच पर अवगत कराया की चारों जनपदों में समिति गठित हो गई है, महोदया ने समिति गठित होने के बाद चारों जनपदों में जितने भी सड़क दुर्घटनाएं हुई है उन सभी की रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

आगरा संभाग के चारों जनपदों में चिन्हित ब्लैक स्पॉट के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि आगरा में 131, फिरोजाबाद में 13 , मैनपुरी में 16 और मथुरा में 28 ब्लैक स्पॉट है जिसमें आगरा में 21 बड़े सुधार को छोड़कर बाकी सभी ब्लैक स्पॉट पर अल्पकालिक सुधार कर लिया गया है जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर चिन्हित ब्लैक स्पॉट का विवरण प्रस्तुत न होने पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने तथा खंड स्तर पर ब्लैक स्पॉट की सूची बनाने के निर्देश दिए गए। टोल प्लाजा से होकर गुजरने वाले वाहनों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई। देखा गया कि 11 में से सिर्फ पांच टोल प्लाजा पर ही ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। 6 टोल प्लाजा की भी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

प्रवर्तन कार्रवाई की समीक्षा की गई। मैनपुरी और मथुरा दोनों जनपदों में सीट बेल्ट न लगाने, मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने, गलत दिशा में जाने, ओवर स्पीड और स्टंट करने वालों के विरुद्ध प्रवर्तन की करवाई बहुत कम किए जाने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। वहीं आगरा, फिरोजाबाद और मथुरा में स्मार्ट सिटी में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से पुलिस विभाग द्वारा सिर्फ हेलमेट न लगाने की कैटेगरी में और वायलेंस की संख्या की सापेक्ष 10 प्रतिशत से भी कम चालान जनित करने पर नाराजगी व्यक्त की। पुलिस विभाग को कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से प्राप्त वायलेंस डाटा के आधार पर तथा परिवहन विभाग को पुराने वाहनों के रजिस्ट्रेशन एवं इंश्योरेंस के आधार पर जनित चालान की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।

स्कूल बस के विरुद्ध कार्रवाई का विवरण प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया कि आगरा मंडल में 2960 पंजीकृत स्कूल वाहनों का निरीक्षण किया गया जिसमें मानक के विरुद्ध 77 बसों का पंजीयन निलंबन किया गया जबकि 214 का पंजीयन निरस्त किया गया। चारों जनपदों में गठित रोड सेफ्टी क्लब की समीक्षा करते हुए आईजी आगरा रेंज  दीपक कुमार  द्वारा निर्देश दिए गए कि शहर की जनसंख्या के अनुसार क्लब की संख्या बढ़ाई जाए एवं स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा गतिविधियाँ की जाए। आकस्मिक मेडिकल एक्शन प्लान के तहत मथुरा जनपद में बेड और उपकरण की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए।

गुड सेमेटिरन योजना के अंतर्गत आगरा और मथुरा में ही दो-दो नागरिकों को योजना का लाभ दिलाया गया जिन्होंने गोल्डन आवर में घायलों को सहायता एवं उन्हें अस्पताल पहुंच कर उनकी जान बचाने का काम किया। वहीं हिट एंड रन मोटर दुर्घटना के पीड़ितों को मुआवजा योजना के संबंध में आगरा को छोड़कर अन्य जनपदों में गठन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं की गयी। मंडलायुक्त महोदया ने चारों जनपदों में एआरटीओ द्वारा विभागीय कार्य में शिथिलता बरते जाने पर नाराजगी व्यक्त की एवं चेतावनी जारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि शेष जनपदों में कल बुधवार तक गठन प्रक्रिया पूर्ण की जाए तथा फिरोजाबाद और मैनपुरी में भी नागरिकों को चिन्हित कर उन्हें गुड सेमेटिरन योजना का लाभ दिलाया जाए। वहीं बैठक में मौजूद एनएचएआई और नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह शहर की सभी सड़कों को 31 अक्टूबर तक हर हाल में गड्ढामुक्त बनाएं।

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