छत्तीसगढ़ के दुर्ग ज़िले में मज़दूरों से भरी बस खदान में गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई है. हादसे में करीब 15 लोग घायल भी हुए हैं. एक स्थानीय पत्रकार के अनुसार हादसा दुर्ग के कुम्हारी के पास हुआ. बस में एक निजी कंपनी के कर्मचारी सवार थे. ज़िले की कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि की.
घायलों के अनुसार हादसे वाली जगह पर अंधेरा था और स्ट्रीट लाइट्स भी बंद पड़ी थीं. सड़क कच्ची थी और जिस खदान के गढ्ढे में यह बस गिरी, वहाँ पहले भी कई गाड़ियाँ दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी हैं लेकिन खदान के ख़ाली पड़े गड्ढों को भरने की कोई कोशिश नहीं की गई.
मौक़े पर पहुँचे उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घायलों से भी बात करने के बाद कहा कि जो बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसकी हेडलाइट भी नहीं जल रही थी. उन्होंने कहा कि मामले की जाँच के आदेश दिए जा चुके हैं.
ये घटना मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे हुई. बस खपरी गांव के करीब पहुंची और अनियंत्रित होकर 40 फुट गहरी खदान में गिर गई.
प्रधानमंत्री मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस हादसे पर दुख जताया है.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “छत्तीसगढ़ के दुर्ग में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की निगरानी में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है.”
वहीं सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पर लिखा, “दुर्ग के कुम्हारी के पास निजी कंपनी के कर्मचारियों से भरी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई. इस दुर्घटना में 11 कर्मचारियों के निधन का समाचार प्राप्त हो रहा है. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति एवं शोकसंतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ. दुर्घटना में घायल कर्मचारियों के इलाज का समुचित प्रबंध किया गया है. मैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ.”
-एजेंसी