बाढ़ राहत केंद्रों का स्थाई निर्माण, समाधान पर करें कार्य, सर्पदंश से मृत्यु, राहत राशि, एंटी स्नेक वेनम की सूचना का अस्पतालों में लगाएं बोर्ड- सभापति

Press Release उत्तर प्रदेश

सभापति, उप्र विधान परिषद उमेश द्विवेदी की दैवीय आपदा प्रबन्धन जॉच समिति, की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में संबंधित विभागों के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न।

जनपद में दैवीय आपदा से हुई जनहानि, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में किए गए कार्य, पीड़ित परिवारों को दी सहायता राशि तथा आपदा प्रबंधन की समीक्षा कर दिए निर्देश।

आगरा.05.07.2024/   सभापति, उ0प्र0 विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबन्धन  जॉच समिति उमेश द्विवेदी की अध्यक्षता में तथा  सदस्य डा. बाबूलाल तिवारी व  सुरेन्द्र चौधरी  की  उपस्थिति में आज सर्किट हाउस में संबंधित विभागों के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी  ने पुष्पगुच्छ तथा मोमेंटो देकर स्वागत किया।  सभापति  द्वारा सर्व प्रथम जनपद में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। समिति के समक्ष अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व श्रीमती शुभांगी शुक्ला ने किए जा रहे कार्यों को विस्तार से बताया कि भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित विभिन्न आपदाओं से प्रभावित लोगों को संबंधित तहसील के अधिकारियों द्वारा जांच कर राहत पोर्टल के माध्यम से राज्यमोचक निधि के मानक के अनुसार मृतकों, आश्रितों, प्रभावित व्यक्तियों को राहत सहायता प्रदान की जाती है। माह जुलाई 2023 में आई बाढ़ से प्रभावित परिवारों को 460 बाढ़ राहत सामग्री, नाविक, गोताखोरों को सेफ्टी किट प्रदान की गई, मौसम विभाग से प्राप्त होने वाली पूर्व चेतावनी, अनुमान को विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार, समय समय पर जनपद में आपदा प्रशिक्षण कार्यक्रम, मॉक ड्रिल आदि कार्य किए गए हैं।
सभापति  द्वारा जनपद में दैवीय आपदा से हुई जनहानि के बारे में जानकारी ली गई जिसमें बताया गया कि वर्ष 2021 से अब तक,दैवीय आपदा से तहसील सदर में 23, किरावली में 26, एत्मादपुर में 09, खेरागढ़ में 21, फतेहाबाद में 18 एवं बाह में 28 कुल 125 जनहानि हुई तथा कुल तीन करोड़ छत्तीस लाख की सहायता धनराशि प्रदान की गई। बैठक में वर्ष 2021 से अब तक दैवीय आपदा में पशु हानि, मकान हानि का भी विवरण दिया गया, सर्पदंश से वर्ष 2021 से आज तक 13 मृत्यु हुई जिन्हें 52 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई।
सर्पदंश से हुई मृत्यु की सूचना पुलिस विभाग को उपलब्ध कराने, सभी अस्पतालों में एंटी स्नेक वेनम व सहायता राशि प्राप्त करने की जानकारी का बोर्ड लगाने, बाढ़ राहत केंद्रों के स्थाई निर्माण आदि करने के निर्देश दिए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टरों तथा बेड, अस्पतालों की संख्या, चिकित्सीय उपकरणों की उपलब्धता, आपदा से निपटने की तैयारी आदि की समीक्षा की तथा निर्देश दिए। राजस्व विभाग, आयुष विभाग, खाद्य व रसद विभाग, सूचना विभाग, कृषि, 0र्जा विभाग, बेसिक, माध्यमिक, प्राविधिक शिक्षा, नगर विकास, लोकनिर्माण विभाग की समीक्षा की, सर्वाधिक दुर्घटना बाहुल्य मार्गों पर साइनेज, बोर्ड लगाने, गड्ढा मुक्त करने के निर्देश लोकनिर्माण विभाग को दिए तथा वर्ष 2021 से अब तक दुर्घटना में हुई मृत्यु का विवरण तलब किया।
बैठक में संचारी रोगों के प्रति जागरूकता अभियान चलाने, बाढ़ की समय से तैयारी पूर्ण करने, सर्पदंश की घटना होने पर एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध कराने तथा समय से जांच कर सहायता राशि उपलब्ध कराने को निर्देशित किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी  भानु चन्द्र गोस्वामी, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) श्रीमती शुभांगी शुक्ला, मुख्य चिकित्साधिकारी अरूण कुमार श्रीवास्तव, जिलापूर्ति अधिकारी  संजीव कुमार, जिला कृषि अधिकारी  विनोद कुमार सिंह, बीएसए  जितेन्द्र कुमार गौंड सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।

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