आगरा, 22 अक्टूबर। दयालबाग में सत्संगियों से परेशान किसानों ने यमुना नदी में उतरकर प्रशासन और सत्संगियों के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि पहले तो उन्होंने जल समाधि की घोषणा कर डाली थी। लेकिन बाद में चरणवद्ध आंदोलन की घोषणा कर दी। गांव बहादुर पुर अन्य गांवों के किसान और अन्य ग्रामणों ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। किसान नेता श्याम सिंह चाहर का कहना है कि नेताजी चौ. भूरी सिंह के नेतृत्व में ग्रामीण आज यमुना नदी में उतर गये। भरत सिंह प्रधान, विजय सिंह पूर्व प्रधान, शिव प्रसाद पूर्व प्रधान आदि ने नारेबाजी करते हुए सत्संगियों से बचाने की गुहार लगायी है।
आज वे नदी में उतर भी गये। नारेबाजी की। प्रदेश सरकार उन्हें न्याय दिलाये। हम सरकार का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन शासन- प्रशा्सन हाईकोर्ट में हमारा पक्ष मजबूती से रखे। जो रास्ते बंद किये गये हैं, उन्हें खोला जाए। ग्रामीणों के यमुना में उतरने की जानकारी मिल गयी तो पुलिस बल ने इन किसानों को समझा-बुझाकर पानी से बाहर निकाला। किसानों व ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मांग नहीं मानी गयी तो वे चरणवद्ध आंदोलन चलायेंगे। पहले धरना, प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी हमारे रास्ते नहीं खोले गये तो वे जलसमाधि लेने को मजबूर होंगे। जिसके लिये प्रशासन भी जिम्मेदार होगा।