वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सहयोग से द्वितीय इंटरनेशनल बायर-सैलर सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का भव्य दो दिवसीय आयोजन जेपी होटल एंड कन्वेशन सेंटर में हुआ संपन्न
द्वितीय दिन अन्तर्राष्ट्रीय बायर सेलर मीट का मा. उद्यान मंत्री श्री दिनेश प्रताप सिंह तथा मा. कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही जी, तथा मा.विधायक डॉ.धर्मपाल जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ
आगरा.04 फरव री। आज वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सहयोग से द्वितीय इंटरनेशनल बायर-सैलर मीट एवं प्रदर्शनी के दूसरे दिन के आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह तथा कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा, मा. विधायक डॉ. धर्मपाल , कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अतुल कुमार सिंह, निदेशक उद्यान, अंजनी कुमार सिंह, डायरेक्टर मंडी बोर्ड तथा अंजनी कुमार श्रीवास्तव, मैनेजिंग डायरेक्टर यूपी स्टेट हॉर्टिकल्चरल कॉपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर, जेपी होटल एंड कन्वेशन सेंटर में किया गया।
सर्व प्रथम सभी अतिथियों द्वारा सम्मेलन स्थल पर लगी 40 से अधिक स्टॉल का निरीक्षण किया तथा उत्पादकों से उनके प्रॉडक्ट तथा एक्सपोर्ट आदि की जानकारी प्राप्त की। तत्पश्चात,निदेशक उद्यान विभाग श्री अतुल कुमार सिंह ने सम्मेलन में सभी अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया। प्रथम सत्र में वर्ल्ड बैंक के विकास कानूनगो ने डिजिटल एग्रीकल्चर पर अपना प्रेजेंटेशन दिया,कृषि में सेटेलाइट बेस्ड तकनीकी, यूपी में कृषि क्षेत्र में एआई प्रगति, एग्रीकल्चर एंड क्लाइमेट आदि विषयों पर विशेषज्ञों ने चर्चा व प्रेजेंटेशन दिया। द्वितीय सत्र में एक्सपोर्ट तथा यूपी में कृषि डिजिटल बुनियादी ढांचे पर प्रेजेंटेशन दिए गए तथा एमओयू का आदान प्रदान किया गया जिनमें यारा फर्टिलाइजर, बेयर क्रॉप साइंस,बजाज एलाइंस, न्यूरो क्रॉप, एसएस बैंक आदि प्रमुख थे।पोटेटो वैल्यू चैन में यूपीएल एसएएस लिमिटेड, फेयर एक्सपोर्ट -लूलू ग्रुप, यारा फर्टिलाइजर, बजाज एलाइंस, बेयर क्रॉप साइंस ने एमओयू किए, हाईटेक नर्सरी हेतु यारा फर्टिलाइजर, बेयर क्रॉप साइंस तथा यूपीएल एसएएस लिमिटेड ने एमओयू का आदान प्रदान किया। पोटेटो एक्सपोर्ट हेतु सिंगापुर, पोलैंड तथा दुबई की कंपनियों ने एमओयू किए। तत्पश्चात सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री दिनेश प्रताप सिंह जी, मा.मंत्री उद्यान,कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि जब हम संगठित होते हैं, मिलते हैं तो हमारी ताकत बढ़ती है इसी प्रकार इस सम्मेलन का उद्देश्य भी यही है कि हम सब मिलकर उद्यान व कृषि के विभिन्न क्षेत्र में काम करें। उन्होंने बताया कि देश की माटी के साथ देश- प्रदेश का स्वास्थ्य, कृषि व अर्थव्यवस्था का स्वास्थ्य कैसा हो, इसी संकल्प के साथ हम सब यहां जुटे हैं, इस मीट का संकल्प, इसकी बात यहां उपस्थित 400 किसानों तक ही नहीं चार सौ करोड़ तक पहुंचे, हर गांव गली के किसान तक पहुंचे। मा. मंत्री जी ने सूचना तकनीकी में आई क्रांति की बात बताते हुए कहा कि पहले चिट्ठी इसका माध्यम थी लेकिन आज मिनटों में हम अपने लोगों के संपर्क में आ जाते हैं इसी प्रकार की क्रांति अभी कृषि-उद्यान क्षेत्र में नहीं आई है लेकिन बहुत जल्द वह दिन आएगा जब किसान अपने उत्पाद को मिनटों में विश्व के बाजार में ले जा सकेगा। हमारा प्रयास जारी है जब गुणवत्तापरक उत्पाद हम विश्व बाजार में अच्छी मूल्य पर दे सकेंगे। उन्होंने बताया कि 350 मीट्रिक टन औद्योगिक फसलों का उत्पादन बढ़ा है इस प्रकार की मीट इसे और आगे ले जाएगी। उन्होंने प्रदेश में फूलों के उत्पादन को बढ़ाने की बात कही तथा कहा कि हम अपनी खपत के बराबर भी पुष्प उत्पादन नहीं कर रहे जबकि इसके प्रसंस्करण की भी आवश्यकता नहीं है बस बाजार की मांग के अनुसार उत्पादन बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि हम सब्जी, मसालों तथा कृषि मेडिसन के क्षेत्र को बढ़ावा दें, उन्होंने बताया कि आज हमारी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत विकास किया है, मा. मंत्री महोदय ने बताया कि कृषि उत्पादन आयुक्त ने राज्य के किसानों को विश्व बाजार उपलब्ध कराने को डिजिटल एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट काउंसिल का गठन किया है अब सहजता से हमारे किसानों की वर्ल्ड मार्केट तक पहुंच बनेगी, उन्होंने उद्धरण देकर बताया कि 80 रुपए का आम रूस में 800 रुपए का बिकता है ऐसे बाजारों तक हमें पहुंचना है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया है पहले उत्पाद एक जिले तक पहुंचता था आज यदि इच्छा शक्ति हो तो पूरी दुनियां में ले जा सकते हैं और अच्छा मूल्य ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल आलू अनुसंधान केंद्र आगरा को पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिया यह विश्व में तीसरा इस प्रकार का आलू अनुसंधान सेंटर है इस केंद्र से अच्छा बीज मिलेगा, गुणवत्तापूर्ण उपज बढ़ाकर इसे बाजार तक लेकर जाएं इस प्रकार एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था उत्तर प्रदेश की बनेगी। मा. मंत्री जी ने बुलंदशहर के दो किसानों की गाजर की खेती तथा झांसी की महिला हिमानी बुंदेला द्वारा जंगली बेर की खेती का उदाहरण देकर उपस्थित किसानों को प्रेरित किया तथा एक से मिलकर एक, एक दूसरे की शक्ति बनकर कार्य करने को प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि श्री सूर्य प्रताप शाही,मा. मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग ने संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाए जाने के लिए इंटरनेशनल मीट को एक अच्छा प्रयास बताते हुए कहा कि पीएम मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्य में अपना उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर रहे मा. मुख्यमंत्री योगी जी का ऐसा प्रयास है इस हेतु ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के साथ इंटरनेशनल बायर सेलर मीट का ये द्वितीय आयोजन है दोनों एक ही लक्ष्य की पूर्ति के लिए हैं। मा. कृषि मंत्री जी ने कहा कि मीट के दोनों सत्रों को सुनकर मेरी भी जानकारी बढ़ी है, यूपी कृषि प्रधान प्रदेश है यहां उत्पादक किसान, खरीदार तथा इन दोनो के क्रियान्वयन कराने वाले अधिकारी भी उपस्थित हैं हम सबकी मिली जुली जिम्मेदारी है इसे आगे बढ़ाएं।उन्होंने बताया कि 245 लाख मीट्रिक टन आलू उत्पादन होता है 02 हजार कोल्ड स्टोरेज में 1.65 लाख मीट्रिक टन भंडारण होता है शेष को हम खाने तथा बीज में प्रयोग करते हैं 100 से 125 लाख मीट्रिक टन सरप्लस उत्पादन हमारे पास रहता है यदि अच्छे बीज से गुणवत्तापूर्ण उत्पादन किया जाए तथा विश्व बाजार में पहुंचाया तो आलू की फसल में भारी संभावना है विश्व में भारत को सर्वोपरि बनाने के लिए हमें ये करना होगा। आगरा, अलीगढ़ मंडल में पोटेटो की क्लस्टर फार्मिंग होती है अच्छे बीज व गुणवत्तापूर्ण उत्पादन इंटरनेशनल पोटेटो सेंटर से ही पूरा होगा। मा. कृषि मंत्री जी ने बताया कि पहले यूपी में कोई भी इंटरनेशनल स्तर का कोई रिसर्च सेंटर नहीं रहा प्रधानमंत्री मोदी तथा सीएम योगी जी द्वारा आगरा में इसे दिया गया, अब वाराणसी में भी इंटरनेशनल राइस रिसर्च सेंटर के लिए प्रयास जारी है। उन्होंने उपस्थित किसानों से कहा कि ज्यादा फर्टिलाइजर डालने से उत्पादन नहीं बढ़ता जमीन बंजर हो जाती है वह फसलों की पोषकता के लिए बायो,ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर को अपनाएं, खासकर फल- सब्जी के लिए यह रामबाण है। उत्तर प्रदेश में ईश्वर की कृपा से जलवायु कृषि हेतु उपयुक्त है इस क्षमता को पहचानें सही दिशा में प्रयोग करें इस प्रकार की मीट इस काम में आपको सहायता देगी। फल सब्जी की खेती में नवाचार करें, इस प्रकार के नवाचार आम की खेती में कर हम आज कई प्रकार की वैरायटी एक्सपोर्ट कर रहे हैं जल्द ही आम का पाउडर बनाने पर काम होगा, आम के आम गुठलियों के दाम की कहावत चरितार्थ करने को गुठली का भी प्रोडक्ट बनाए जाने हेतु काम करने की जरूरत है खेती का हर कंपोनेंट उपयोगी है, उन्होंने किसानों से पराली न जलाने की अपील की। मा. कृषि मंत्री ने बताया कि सभी मंडलों में टेस्टिंग लैब की स्थापना करने हेतु काम किया जा रहा है, मथुरा में लैब बन गई है आगरा में भी आगरा के एक किसान को ढाई करोड़ की सब्सिडी लैब स्थापना को दी गई है। उन्होंने बुलंदशहर के सिकंदराबाद के दो किसानों की सफलता का उदाहरण देकर बताया कि गाजर उत्पादन वहां इतना है कि वहां से बाजार की कीमत तय होती है।
जनपद मैनपुरी में मूंगफली की खेती हेतु बहुत संभावनाएं हैं,इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है,जेवर एयरपोर्ट बन जाने से यहां का एक्सपोर्ट बढ़ेगा। यूपी देश का ह्रदय प्रदेश है, सड़क हों या केंद्र की सरकार सारे देश के रास्ते यहीं से जाते हैं, स्वर्णिम चतुर्भुज झांसी में मिलता है ।इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर मोदी योगी जी ने दूरियां कम की हैं कुछ लोग दूरियां बढ़ाना चाहते हैं। मा. कृषि मंत्री ने बताया कि हमने पुरानी कई नीतियां बदली हैं खाद्य प्रसंस्करण नीति बदली पहले 2.5 प्रतिशत मंडी टैक्स था अब 1.5 प्रतिशत किया है जबकि पंजाब में ये 6 प्रतिशत है। आज हमारा उत्तर प्रदेश गेंहू, आम, आलू, दूध आदि में देश में प्रथम स्थान पर है हम फल व सब्जी भी सरप्लस उत्पादन कर रहे हैं आज दुनियां की मांग है बिना पेस्टिसाइड के उत्पादन करें उन्होंने ढेंचा की खेती को प्रोत्साहित करने की बात कही तथा बताया कि इससे जमीन की उत्पादकता बढ़ती है उन्होंने कहा कि आप इसकी भी खेती करें हम गेंहू से दुगनी कीमत पर इसे खरीद करेंगे। पीएम मोदी ने कहा है कि वन ड्रॉप मोर क्रॉप, आज भूगर्भ जलस्तर चिंताजनक है उन्होंने स्प्रिंकलर सिंचाई अपनाने को सभी का आह्वान किया। सभी कॉमर्शियल फसल की तरफ बढ़े, उन्होंने बताया कि यूपी राज्य तिलहन योजना में 16 लाख किसानों को बीज उपलब्ध कराया है तिलहन तथा दलहन में 2035 तक यूपी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कम खाद पानी तथा कम समय में दलहन तिलहन की फसल करने की बात की जिससे ऑयल सीड प्रोसेसिंग इकाई हेतु कंपनिया आएंगी, दोगुना कीमत मिलेगी। उन्होंने किसानों से सब्सिडी बाली 30 हजार सोलर पंप हेतु आवेदन करने तथा बिजली का पैसा बचाने के साथ जलवायु, पर्यावरण बचाने, कृषि यंत्र योजना का लाभ लेने की बात की। कृषि मंत्री ने कहा कि सभी विकास खंडों पर मौसम विज्ञान केंद्र खोले जाएंगे, किसान अपनी जमीन को खाली न छोड़ें जायद की फसल भी लगाए, दो गुनी चार गुनी आय प्राप्त करें सरकार हर कदम पर किसानों के साथ है। किसानों को स्प्रिंकलर सिंचाई हेतु प्रोजेक्ट को दिखाया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रख्यात गजल गायक सुधीर नरायन ने किया।