आगरा, 20 जनवरी। जी-20 प्रतिनिधिमंडल के दौरे हेतु उत्तर प्रदेश में आज पहली बार कम तापमान में शीघ्र व उच्च गुणवत्ता की सड़क निर्माण तकनीकी का प्रयोग लोक निर्माण विभाग, आगरा द्वारा केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के निर्देशन में प्रारंभ किया गया। उक्त तकनीकी का प्रेजेंटेशन आज सीएसआईआर की वैज्ञानिक श्रीमती अंबिका बहल के नेतृत्व में “आई लव आगरा प्वाइंट से हुआ। श्रीमती बहल ने बताया कि इस तकनीकी का प्रयोग ठंड के मौसम में भी उच्च गुणवत्ता के साथ सड़क बनाई जा सकती हैं और उनके मेंटीनेंस की भी ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती तथा सड़कें उखड़ती भी नह है। जी-20 प्रतिनिधिमंडल के आगमन को देखकर शहर में बनाई जाने वाली सड़क टिकाऊ व इकोफ्रेंडली भी होगी। लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता ने बताया कि केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान की सहायता से पहली बार बार्ममिक्स तकनीक से सड़क बनाई जा रही है। इस तकनीक से बनने वाली सड़क की लाइफ आम रोड की तुलना में काफी अधिक होती है। ठंडे इलाकों में अभी तक इस तकनीक पर बनी सड़कों पर हुए रिसर्च से पता चला कि वो सड़कें तीन साल तक चली हैं। इसके अलावा इस तकनीक से 160 डिग्री की बजाए 120 डिग्री सेल्सियस पर बिटुमिन तैयार किया जाता है। ऐसे में पर्यावरण में कम कार्बन का उत्सर्जन होता है और डीजल की खपत भी कम होगी। सीआरआरआई की विशेषज्ञ श्रीमती अंबिका बहल ने बताया कि बार्ममिक्स तकनीक में बिटुमिन में ईवोथर्म नाम का केमिकल मिलाया जाता है। कम तापमान पर ये बिटुमिन को आपस में जोड़े रखने में मदद करता है। इस तकनीक से जीरो डिग्री में भी सड़क बनाई जा सकती है, आम तकनीक से सड़क की मरम्मत के लिए सर्दी कम होने का इंतजार करना पड़ता है। मुख्य अभियंता ने बताया कि अब लोक निर्माण विभाग वर्षभर इस तकनीक से उच्च गुणवत्ता की सड़कों का निर्माण कर सकता है, पहले जाड़े के मौसम में कार्य शिथिल हो जाता था तथा लागत भी ज्यादा आती थी।इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता श्री एस के अग्रवाल, अधिशासी अभियंता पी0के0 शरद, जी.के. वार्ष्णेय, डी.के. सिंह एवं आनंद सिंह मौजूद रहे।