आगरा, 20 अगस्त। डीएपी की मांग को लेकर आगरा के किसानों ने आज बिचपुरी में आयोजित किसान दिवस में हंगामा किया। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा है कि एनजीओ को खाद बिल्कुल नहीं दिया जाए और इनके गठन के औचित्य को बताया जाए। इस पर ए आर कापरेटिव ने कहा कि कंपनियों को खाद बिल्कुल नहीं दिया जाएगा। कंपनियों के स्वामियों ने इसका विरोध किया। जिससे किसानों के दो गुटों में विवाद पैदा हो गया। आपस में धक्कामुक्की, गालीगलौज,तड़का भड़की हो गयी। विवाद को वहां मौजूद अधिकारियों तथा किसान नेताओं ने ही शांत कराया। किसान नेता श्याम सिंह चाहर की मांग पर ए आर कापरेटिव ने साफ कहा कि किसी भी एनजीओ को खाद नहीं दी जाय़ेगी। इनकी जांच कराने की भी मांग किसान नेताओं ने की है। किसान नेता लाखन सिंह त्यागी ने कहा कि किसानों को ब्लैक में 1500 रुपये तक में डीएपी खरीदनी पड़ रही है।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने आरोप लगाया कि पिछले किसान दिवस में पत्र दिया, उस पत्र पर कोई समाधान नहीं हुआ । उन्होंने कहाकि गौशालाओं की हालत में कोई सुधार नहीं हो पाया है। सरकार का करोड़ों रुपया बेकार जा रहा है। नहर विभाग के बरसाती नालों की खुदाई सफाई रिपोर्ट नहीं आई। बिजली विभाग के अधिकारियों ने इस वर्ष जर्जर लाइन से हुए किसानों की फसलों को आग लगने से जो क्षति हुई, उसका मुआवजा तक नहीं मिला। किसानों को कितने घंटे बिजली दी इस की रिपोर्ट नहीं आई ।
कोऑपरेटिव समितियों में 1970 से आज तक कितने किसानों का शेयर फंड जमा है। आगरा जनपद की समितियों के कितने सदस्य मृतक हो चुके । उनका शेयर उनके परिवार को मिला है या नहीं।आगरा के किसानों का समितियों पर अरबों रुपया जमा है।परंतु आज तक उसका लाभांश किसानों को नहीं दिया गया है। सहकारिता विभाग की समितियों से किसानों ने लोन लिया था। सचिवों ने घर जाकर किसानों से लगभग दस लाख नकद वसूल लिया। परंतु उस पैसे को बैंक में जमा नहीं किया। श्रीचाहर ने कहा कि किसानों से दुबारा पैसा वसूलने के प्रयास किए जा रहे हैं। किसान नेता लाखन त्यागी ने आरोप लगाया कि किसानो को डीएपी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इस मौके पर लाखन सिंह त्यागी उदयवीर सिंह, प्रेम सिंह , लक्ष्मी नारायण बघेल, मुकेश पाठक, अंशुमान ठाकुर, किसान नेता सोमवीर यादव आदि लोग मैजूद रहे।
