आगरा, 25 सितंबर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष गिर्राजअग्रवाल के नेतृत्व में आज एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 मारुति शरण चौबे से ऑफिशियल मुलाकात की और कुछ व्यापारियों की समस्याओं पर चर्चा की । जिसमें अभी हाल ही में काफी संख्या में व्यापारियों को वर्ष 2017-18 के नोटिस मिले। इससे व्यापारियों में चिंता व तनाव व्याप्त है।
जब 2017 में जीएसटी लगी थी तब व्यापारी को कई प्रकार की आशंकाएं थीं। शासन-प्रशासन ने उन आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया। वह वर्ष 2017-18 और 2018- 2019 अब कालातीत हो गया है ।अब सितंबर 2023 में नोटिस आने पर आश्चर्य चकित है। नोटिस का उत्तर देने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा क्योंकि व्यापारी को चार पांच वर्ष पुराने खाते खगालने पड़ेंगे । इसके लिए व्यापारियों को पर्याप्त समय दिया जाए। नोटिसों के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं किया जाए। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल गलत कार्य करने वाले व्यापारियों एवं फर्जी फर्म चलाने वाले व्यापारियों का कभी साथ नहीं देता ।इस पर उन्होंने आश्वस्त किया कि हम व्यापारियों को परेशान नहीं करेंगे और कोई भी समस्या हो तो जीएसटी कार्यालय आपके लिए हमेशा खुला है। इस अवसर पर राजकुमार गुरुनानी (प्रदेशमंत्री), गिर्राज अग्रवाल (जिलाध्यक्ष), निर्मल जैन (मंडल अध्यक्ष), दीपक शर्मा (जिलामहामंत्री), डीसी मित्तल (कोषाध्यक्ष), मेघराज दियालानी (मीडिया प्रभारी), किशोर बुधरानी (युवा प्रदेश उपाध्यक्ष), सुलेमान (जिलामंत्री) आदि उपस्थित थे।