महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीवेन पटेल जी ने दिव्यांग बच्चों तथा बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग में बच्चों के ड्रॉप आउट, शिक्षा हेतु किए जा रहे नवाचार, रोजगार परक शिक्षा पर की समीक्षा बैठक
उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ,मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी, जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी, सीडीओ प्रतिभा सिंह सहित बेसिक, माध्यमिक शिक्षा,दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग के अधिकारीगण रहे मौजूद
आगरा.04 मार्च। महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीवेन पटेल ने आज डॉ. बी आर आंबेडकर यूनिवर्सिटी के खंदारी परिसर स्थित सभा कक्ष में मंडल के दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु शिक्षा तथा स्किल डेवलपमेंट, रोजगार हेतु किए जा रहे प्रयास, बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा में ड्रॉप आउट रोकने हेतु कार्य योजना की समीक्षा की तथा जरूरी दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने मंडल के कक्षा 9 व 12 वीं में ड्रॉप आउट करने वाले बच्चों की संख्या के बारे में जानकारी ली तथा बच्चों का ड्रॉप आउट न हो उस हेतु क्या प्रयास किए जा रहे हैं ,के बारे में पूछा। जिसमें बताया गया कि मण्डल में दिव्यांग बच्चों की शिक्षा हेतु 107 विशेष शिक्षक कार्यरत है जो निरन्तर शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास कर रहे है।मण्डल के समस्त जनपदों के प्रत्येक विकास खण्ड में एक-एक मेडीकल एसेसमेंट कैम्प का आयोजन कर दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाया गया। मण्डल के समस्त जनपदों के प्रत्येक विकास खण्ड में एक कैम्प लगाकर दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु उनके अभिभावकों की काउंसिलिंग की गयी। मण्डल के समस्त जनपदों के दिव्यांग बच्चों को उपस्कर एवं उपकरण उपलब्ध कराने हेतु उपकरण वितरण कैम्प का आयोजन कर दिव्यांग बच्चों को उपकरण उपलब्ध कराये गये।मण्डल में कार्यरत 107 स्पेशल एजुकेटर्स द्वारा गम्भीर रूप से दिव्यांग बच्चों को होम बेस्ड एजूकेशन प्रदान किया जा रहा है। मण्डल में दिव्यांग बच्चों की शिक्षा हेतु प्रत्येक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक में से एक शिक्षक को नोडल शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। जो दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों से सम्पर्क कर दिव्यांग बच्चों को विद्यालय में नियमित रूप से लाने का प्रयास करते हैं।मण्डल में दिव्यांग बालिकाओं को प्रोत्साहित किये जाने हेतु स्टाइपेंड के रूप में रु0-200 प्रतिमाह कुल 10 माह हेतु रु0-2000 प्रति बालिका बालिकाओं को स्टाइपेंड प्रदान किया गया।मण्डल में गंम्भीर रूप से दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित किये जाने हेतु स्कार्ट एलाउंस के रूप में रू०-600 प्रतिमाह कुल 10 माह हेतु रू०-6000 प्रति छात्र/छात्राओं को स्कार्ट एलाउंस प्रदान किया गया।बैठक में ड्रापआउट रोकने हेतु माध्यमिक शिक्षा विभाग की कार्ययोजना में बताया गया कि जनपद में नियमानुसार दिव्यांग छात्र/छात्राओं को ड्रेस, स्टेशनरी, ट्रांसपोर्ट एलाउन्स, स्टाइपेंड फॉर गर्ल्स आदि छात्रवृत्ति से लाभान्वित किया जाता है तथा विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों को शिक्षण सपोर्ट प्रदान करने हेतु विद्यालयों को स्पेशल एजूकेटरों की तैनाती की गयी है। इसके अतिरिक्त बच्चों की जनपद स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित कराते हुये उन्हें पुरस्कृत किया जाता है।
मा. राज्यपाल महोदया ने दिव्यांग बच्चों को 10 वीं व 12 वीं कक्षा की पढ़ाई के साथ साथ स्किल डेवलपमेंट, रोजगार हेतु ब्रिज कोर्स कराए जाने तथा जिलाधिकारी द्वारा ऐसे बच्चों की शिक्षा हेतु प्रभावी मॉनिटरिंग व्यवस्था बनाए जाने हेतु निर्देशित किया। मा. राज्यपाल महोदया ने दिव्यांग बच्चों की शिक्षा हेतु मंडल में शिक्षकों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली तथा पर्याप्त शिक्षक न होने पर आगामी सत्र में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कार्य योजना शासन को प्रेषित करने, अधिकारियों को दिव्यांग बच्चों के बीच जाकर उन्हें प्रेरित करने तथा मंडल में 400 दिव्यांग बच्चों को चिह्नित कर उनकी उच्च शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट,रोजगार परक प्रशिक्षण तथा उनके समग्र विकास हेतु सीएसआर तथा अन्य माध्यमों से संसाधन उपलब्ध कराए जाने हेतु निर्देशित किया, उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों भी प्रतिभाशाली होते हैं हम सभी उन्हें आगे बढ़ाने,उन्नति व विकास में सहयोग करें।