मण्डलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयुक्त सभागार में स्थानीय नगर निकायों की मण्डलीय बैठक संपन्न
आगरा. 30 अगस्त 2024. मण्डलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आज शुक्रवार को आयुक्त सभागार में स्थानीय नगर निकायों की मण्डलीय बैठक हुई जिसमें नगर विकास विभाग, लखनऊ द्वारा निर्देशों के क्रम में शासन को प्रेषित वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 की वार्षिक कार्ययोजना के प्रस्तावों की सूची तथा पुरानी वार्षिक कार्ययोजना की स्थिति की मण्डलायुक्त द्वारा समीक्षा की गयी।
सर्वप्रथम जनपद आगरा की नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों की वार्षिक कार्ययोजनाओं की समीक्षा में अवगत कराया गया कि नगर पालिका परिषद फतेहपुर सीकरी, शमशाबाद, बाह से प्रवेश द्वार, माॅडल रोड़, पिंक शौचालय, कान्हा गौशाला, तालाब व सड़क जीर्णोद्धार आदि से संबंधित 5-5, अछनेरा से 4 और एत्मादपुर से 3 योजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित किए जा चुके हैं अथवा किए जा रहे हैं। नगर पंचायत में किरावली से 5, फतेहाबाद से 4, पिनाहट से 3, खेरागढ़ से 2 और जगनेर से एक कार्ययोजना का प्रस्ताव प्रेषित किया जा रहा है। वहीं नपं दयालबाग और स्वामीबाग से एक भी प्रस्ताव तैयार नहीं किया गया। संबंधित अधिकारी द्वारा किसी भी कार्ययोजना की आवश्यकता नहीं बताई गयी। विगत वित्तीय वर्ष भी कोई कार्ययोजना प्रस्तावित नहीं की गयी थी। इस पर मण्डलायुक्त द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी और संबंधित अधिकारी के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही हेतु पत्र लिखने के निर्देश दिए।
प्रोसेसिंग फैसिलिटि की स्थिति की समीक्षा में पाया गया कि फतेहाबाद हो छोड़कर अन्य सभी निकायों में एमआरएफ (मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर क्रियाशील है। फतेहाबाद में सिविल वर्क पूरा हो चुका है, मशीन आ रही है। 15 सितंबर से सेंटर को क्रियाशील बनाने के निर्देश दिए। वंदन योजना में फतेहपुर सीकरी और फतेहाबाद निकायों द्वारा डीपीआर शासन को प्रेषित की जा चुकी है। वहीं सीएम वैष्विक नगरोदय योजना में सभी निकायों द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही है। निर्देश दिए गये कि सभी कार्ययोजनाएं एक सप्ताह के अंदर तैयार होकर उसके प्रस्ताव शासन में प्रेषित हो जाने चाहिए। जलनिकासी योजना में अछनेरा, बाह, जगनेर, फतेहाबाद और पिनाहट द्वारा प्रस्ताव बनाकर प्रेषित किए जा चुके हैं जबकि सीकरी, खेरागढ़ का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए कि इस बारिश में जिस भी निकाय क्षेत्र में जलनिकासी की समस्या हुई है उसे ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव में शामिल किया जाए। कार्य होने के पश्चात् यदि भविष्य में अगर किसी निकाय क्षेत्र में जलनिकासी की समस्या उत्पन्न हुई तो फिर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय होगी। उपवन योजना में किसी भी निकाय द्वारा एक भी प्रस्ताव तैयार न करने पर प्रत्येक निकाय से एक-एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिए।
नगर निगम आगरा क्षेत्र में वार्षिक कार्ययोजना को लेकर नगरायुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि सड़क, साइड पटरी और पार्क से संबंधित लगभग 157 करोड़ के 170 कार्ययोजनाएं हैं जिनमें से 67 करोड़ की योजनाओं की निविदा स्वीकृत हो चुकी है। जलनिकासी हेतु लगभग 60 करोड़ के प्रस्ताव तैयार किए गये हैं। उपवन योजना हेतु सिकन्दरा क्षेत्र में लगभग 2 हेक्टे की भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। छावनी बोर्ड की लीगेसी साइट से जल्द से जल्द साॅलिड वेस्ट का पूर्ण निस्तारण किया जाए।
नगर निगम मथुरा नगरायुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन में प्रतिदिन 350 टन कूड़ा शहर से एकत्रित कर लैण्डफिल साइट पर डाला जा रहा है जहां कूड़ा निस्तारण हेतु सीएसआर के सहयोग से साइट तैयार की गयी है। आगामी माह से साइट पूर्ण क्रियाशील हो जायेगी। प्रोसेसिंग फैसिलिटी के तहत 5 एमआरएफ सेंटर में से 3 क्रियाशील हैं। शेष 2 सेंटर को भी जल्द क्रियाशील बनाये जाने के निर्देश दिए। नगरोदय, नगर सृजन, सीएम ग्रिड योजनाओं में करोड़ों के प्रस्ताव तैयार शासन को प्रेषित किए जा चुके हैं। जलनिकासी में भूतेश्वर रोड़ का एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। मण्डलायुक्त महोदया ने एनएचएआई की सर्विस रोड़ पर होने वाले भीषण जलभराव की ओर भी ध्यान दिलाते हुए एनएचएआई अधिकारियों के संग बैठक कर समस्या निस्तारण के निर्देश दिए। उपवन योजना में दो प्रस्ताव तैयार किये गये हैं।
मथुरा जनपद के अन्य निकायों की समीक्षा की गयी। कोसीकलां, महावन और बाजना से विभिन्न योजनाओं से जुड़े कुल 8 प्रस्ताव शासन को प्रेषित किए गये हैं जबकि शेष निकायों से अभी प्रस्ताव व आंगणक तैयार किए जा रहे हैं। मण्डलायुक्त महोदया ने निर्देश दिए कि आगामी 2 से 3 दिन में सभी प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित कर दिए जाएं। इसके अलावा मथुरा जनपद में श्रद्धालु जहां भी दर्शन हेतु जाते हैं वहां वाॅटर कियोस्क या वाॅटर एटीएम इत्यादि सुविधाओं से उनके स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करने से संबंधित भी प्रस्ताव तैयार किए जाएं।
जनपद फिरोजाबाद से 7 निकायों द्वारा नये कार्ययोजनाओं के प्रस्ताव शासन में प्रेषित किए जा चुके हैं। जिसमें जसराना और फरिहा के प्रस्ताव अभी तक पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गये। पोर्टल पर अपलोड कर प्रस्ताव शासन में प्रेषित करने के निर्देश दिए। प्रोसेसिंग फैसिलिटि में सिरसागंज, जसराना और फरिहा निकाय में बने एमआरएफ सेेंटर को 15 सितंबर तक पूर्ण क्रियाशील बनाये जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा वंदन, वैष्विक नगरोदय, नगर सृजन, जल निकासी, उपवन इत्यादि योजनाओं में किसी भी नगर निकाय द्वारा कोई प्रस्ताव तैयार नहीं करने पर मण्डलायुक्त महोदया द्वारा कड़ी नागराजगी व्यक्त की गयी। निर्देश दिए कि वार्षिक कार्ययोजना बनाने में फिरोजाबाद जनपद की प्रगति शून्य होने पर निकाय से संबंधित सभी कार्यपालक अधिकारी और अपर जिलाधिकारी को चेतावनी जारी की जाए। साथ ही उक्त योजनाओं में एक सप्ताह में प्रस्ताव बनाकर सूची उपलब्ध कराते हुए पोर्टल पर अपलोड की जाए।
फिरोजाबाद नगर निगम के नगरायुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि सीएम ग्रिड, जल निकासी, नगर सृजन, राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम इत्यादि योजनाओं में करोड़ों के प्रस्ताव तैयार कर शासन को प्रेषित किए जा चुके हैं। प्रोसेसिंग फैसिलिटी में 5 में से 3 एमआरएफ सेंटर पूर्ण क्रियाषील हैं। शेष 2 सेंटरों को भी जल्द क्रियाशील बनाये जाने के निर्देष दिए। 50 में से 40 शौचालय बन चुके हैं। अवषेष शौचालयों का भी निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करने तथा निर्मित शौचालयों को क्रियाषील बनाये जाने के निर्देश दिए।
जनपद मैनपुरी में प्रोसेसिंग फैसिलिटी में एक भी एमआरएफ सेंटर क्रियाशील नहीं है जबकि 7 सेंटर का निर्माण कार्य अभी भी जारी है। वंदन योजना में सिर्फ मैनपुरी और भोगांव के ही प्रस्ताव प्रेषित किये गये हैं। नगर सृजन में सिर्फ बरनाहल से प्रस्ताव तैयार किया गया है। नगरोदय योजना में सभी निकायों में अभी तक कार्ययोजना तैयार नहीं की गयी। इससे नाराज मण्डलायुक्त महोदय ने मैनपुरी अपर जिलाधिकारी को भी चेतावनी जारी करने एंव एक सप्ताह में सभी योजनाओं में प्रस्ताव तैयार कर शासन में प्रेषित करने के निर्देश दिए।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की रैकिंग के अन्तर्गत ओडीएफ की समीक्षा की गयी। आगरा में शमशाबाद, दयालबाग और स्वामीबाग, फिरोजाबाद में टूंडला और मथुरा में गोकुल ही ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी में है। निर्देश दिए गये कि चारों जनपदों में जो भी नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी में नहीं हैं, उन सभी को ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी में लाने हेतु 10 सितंबर तक सभी आवश्यक मानकों पर जो कमियां रह गयी हैं, उन्हें दूर करते हुए सभी मानकों को पूरा किया जाए। चारों जनपदों के अपर जिलाधिकारी संबंधित कन्सल्टेंट के साथ निर्धारित समय सीमा के एक सप्ताह पूर्व ही मौके पर निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी मानकों को पूरा कर लिया गया है।
बैठक के अंत में मण्डलायुक्त ने अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि जिस भी निकाय से योजनाओं से संबंधित प्रस्ताव तैयार नहीं किए हैं या शासन में प्रेषित नहीं किए हैं, एक सप्ताह के अंदर इसे भेजना सुनिष्चित करें। सभी निकाय अपनी कार्ययोजनाओं के प्रस्ताव पोर्टल पर अपलोड करें। जितने भी पुरानी कार्ययोजनाएं चल रही हैं, उनकी प्रगति रिपोर्ट एंव धनराशि की मांग सहित समेकित सूची भी प्रेषित करें। वहीं राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम एवं स्वच्छता सर्वेक्षण को ध्यान में रखते हुए मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए कि किसी भी नगर निगम सीमा में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं छूटना चाहिए जहां पक्की सड़कें, साइड पटरी न बनी हो। छूटे हुए क्षेत्र को भी कार्ययोजना में सम्मिलित किया जाए। सभी वार्डों एवं शौचालयों की समुचित सफाई करायी जाए। नगर निगम द्वारा नगर के विकास एवं सौन्दर्यीकरण हेतु जो भी विशेष कार्य किया जा रहा है उसका प्रचार प्रसार किया जाए। इसके अलावा किसी भी नगर निगम में सफाई, मशीनरी एवं स्प्रिंकलर से संबंधित जो भी आवश्यकता है उसका मांग प्रस्ताव भी बनाकर शासन में प्रेषित किया जाए।