——आगरा स्मार्ट सिटी में बिना सीट बेल्ट वालों के चालान की नई पहल
—-आइटीएम एस के तहत लगे 110 कैमरे रखेंगे 24 घंटे नजर
आगरा, 5 दिसंबर । स्मार्ट सिटी ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक नई और अत्याधुनिक पहल की शुरुआत की है। अब शहर में बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने वालों पर सख्ती से नजर रखी जा रही है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम आइटीएम एस के तहत शहर भर में 110 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कैमरे लगाए गए हैं, जो चालकों के सीट बेल्ट लगाने की स्थिति को स्वतः पहचानकर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर 1000 रुपए का ई-चालान जारी करेंगे।
नागर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आइटीएम एस सिस्टम के अंदर जो कैमरे पूर्व में लगाए गए थे उनसे ई-चालान जेनरेट होंगे। प्रायोगिक तौर पर इसे चालू किया जा चुका है तथा शुक्रवार से यह सिस्टम विधिवत कार्य करने लगेगा। कैमरा से खींचा गया फोटो ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम को भेजा जाएगा जहां से चालान संबंधित वाहन चालक तक पहुंचेगा। यह सिस्टम पूरी तरह ऑटोमेटिक है और इसमें किसी तरह की अतिरिक्त संसाधन की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि अभी तक एआई के माध्यम से हेलमेट न लगाने,ट्रिपल राइडिंग, रेड लाइट को क्रॉस करने , गलत दिशा में वाहन चलाने और ओवर स्पीड में इस तकनीक का प्रयोग चालान करने के लिए किया जा रहा था। उत्तर प्रदेश में आगरा नगर निगम पहली बार इस तकनीक का प्रयोग कर सीट बेल्ट न लगाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ उपयोग में लाने जा रहा है।
—— सड़क सुरक्षा और चोटों में कमी—
सीट बेल्ट का उपयोग सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर चोटों और मौतों की संभावना को 45% तक कम किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य शोध संस्थानों के अनुसार, सीट बेल्ट न लगाने वाले चालकों और यात्रियों के गंभीर रूप से घायल होने या मौत का जोखिम कई गुना अधिक होता है। इस नई पहल से दुर्घटनाओं के दौरान होने वाली चोटों और मृतकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आएगी।
——- एआई सिस्टम की कार्यप्रणाली
आइटीएम एस के तहत लगाए गए 110 एआई एनालिटिक्स कैमरे—–
हाई डेफिनिशन फुटेज के माध्यम से गाड़ियों में बैठे चालकों और यात्रियों की स्थिति का विश्लेषण ये कैमरे करते हैं। जैसे ही कोई चालक या यात्री बिना सीट बेल्ट के पाया जाता है, कैमरा तुरंत उस गाड़ी की नंबर प्लेट स्कैन करता है और स्वचालित रूप से चालान जारी कर देता है।
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—-दूसरे शहरों के लिए बन सकती है मिसाल—–
आगरा नगर निगम की यह पहला देश के अंदर शहरों के लिए एक मिसाल बन ने के साथ ही पूरे देश में सड़क सुरक्षा को एक नई दिशा दे सकती है।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सीट बेल्ट लगाने की आदत को बढ़ावा देने से न केवल दुर्घटनाओं में कमी आएगी, बल्कि इससे जान-माल की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह पहल आधुनिक तकनीक का उपयोग करके शहर को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हम जनता से अपील करते हैं कि वे इस पहल का समर्थन करें और यातायात नियमों का पालन करें।
–—–अंकित खंडेलवाल
नगर आयुक्त नगर निगम