जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में आगरा नगर व जनपद में भीषण गर्मी के दृष्टिगत पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक संपन्न
आगरा शहर व जनपद में नहीं होगी पेयजल की कमी, गंगा जल व यमुना से पर्याप्त मात्रा में होगी जलापूर्ति, पेयजल आपूर्ति हेतु वैकल्पिक व्यवस्था हेतु भी कार्य-योजना है तैयार- जिलाधिकारी
जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी जी ने व्यक्तिगत स्तर पर प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग लखनऊ तथा मुख्य अभियंता अपर गंगा कैनाल मेरठ व अधीक्षण अभियंता,गंग नहर,अलीगढ़ खंड से पेयजल उपलब्धता हेतु की दूरभाष पर वार्ता
आगरा.13 मई। आज जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में आगरा नगर व जनपद में भीषण गर्मी के दृष्टिगत पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु जलकल विभाग, सिंचाई विभाग एवं नगर निगम, जल निगम आदि के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने आगरा शहर तथा जनपद में भीषण गर्मी के मौसम के दृष्टिगत पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने हेतु गंगा जल तथा यमुना नदी से प्राप्त होने बाली जलापूर्ति की समीक्षा की तथा पेयजल की मांग तथा आपूर्ति के बारे में जानकारी ली, बैठक में बताया गया कि पालड़ा फाल से सिंचाई विभाग द्वारा 150 क्यूसेक गंगा जल की आपूर्ति सुनिश्चित रहे इस हेतु व्यवस्था की गई है, जिलाधिकारी ने पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था की कार्य योजना भी तलब की, जिसमें आगरा नगर हेतु सुचारू जलापूर्ति सुनिश्चित किए जाने व आमजन को त्वरित राहत देने हेतु ट्रैक्टर/टैंकरों से भी जलापूर्ति किए जाने हेतु कार्ययोजना पर विचार किया गया, जलकल विभाग द्वारा बताया गया कि विभिन्न क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत टैंकरों से जलापूर्ति किए जाने हेतु स्थलों का चयन कर लिया गया है,155 ट्रैक्टर/टैंकरों से प्रतिदिन 934 चक्कर लगा कर पेयजल आपूर्ति की जाएगी उक्त के अतिरिक्त जलकल विभाग के नियमित 08 नग ट्रैक्टर एवं 29 टैंकर से भी पेयजल की सप्लाई सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में कतिपय समाचार पत्रों में सिंचाई विभाग के मार्फत प्रकाशित खबरों कि ‘टिहरी बाँध पर चल रहे कार्यों के फलस्वरूप गंगा नदी में 13000 क्यूसेक के स्थान पर 6000-7000 क्यूसेक ही जल का प्रवाह किया जायेगा। उक्त कमी के कारण दिनांक 15.05.2024 से 30.06.2024 के मध्य गंगा नदी में जल की मात्रा कम होने की सम्भावना है।’ पर भी विचार किया गया तथा उक्त के सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, लखनऊ से दूरभाष पर वार्ता की गई जिसमें प्रमुख सचिव महोदय को जल प्रवाह में संभावित कमी के बारे में अवगत कराया गया। प्रमुख सचिव महोदय द्वारा जनपद में पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति हेतु अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी महोदय द्वारा उक्त के सम्बन्ध में मुख्य अभियन्ता, गंगा नहर, मेरठ से भी वार्ता की गयी, जिसमें उनके द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 30.05.2024 तक वर्तमान में हो रही जलापूर्ति में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आयेगी। तत्पश्चात् अधीक्षण अभियन्ता, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग,अलीगढ़ से दूरभाष पर हुई वार्ता के क्रम में उनके द्वारा अवगत कराया गया कि कभी-कभी 5-6 घंटे पालड़ा पर गंगा जल की आपूर्ति कुछ कम हो सकती है। अधिकांश समय तक जलापूर्ति सुचारू रूप से बनी रहेगी। उक्त स्थिति से निपटने हेतु जलकल विभाग, आगरा द्वारा टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जायेगी। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर आयुक्त, नगर निगम,आगरा द्वारा आगरा शहर में अधिष्ठापित समस्त जल शोधन संयन्त्रों का भ्रमण किया गया एवं जल शोधन संयन्त्रों का संचालन एवं रखरखाव कर रही फर्मों को निर्देशित किया गया कि आकस्मिक स्थिति में अपने स्तर से आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें ताकि आगरा शहर की पेयजल आपूर्ति बाधित न हो।
बैठक में सिंचाई विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुये यह सुनिश्चित किया गया कि गंगा नहर से निकलने वाली माइनर, रजवाह, ब्रान्च नहर, गूल में पानी को इस प्रकार प्रबंधन करें कि आगरा शहर को 150 क्यूसेक गंगा जल की आपूर्ति सुनिश्चित होती रहे, जिससे आगरा शहर को भीषण गर्मी में पेजयल समस्या का सामना न करना पड़े। बैठक में उक्त के सम्बन्ध में निम्नानुसार स्थानीय स्तर पर तैयार कार्य योजना से अवगत कराया गया- 1. सिकन्दरा स्थित एम.बी.बी.आर. प्लान्ट की उत्पादन क्षमता बढ़ाने हेतु यमुना नदी में बाँध बनाकर युद्ध स्तर पर पेयजल की मात्रा बढ़ाने का कार्य प्रगति पर है।2.वर्तमान में यमुना नदी में जल स्तर कम होने के कारण मात्र 92-95 एम.एल.डी. यमुना जल प्राप्त हो रहा है। यमुना नदी में जल का प्रवाह बढ़ाने हेतु गोकुल बैराज के अधिकारियों से वार्ता की जा रही है ताकि यमुना नदी का जल स्तर बढ़ सके जिससे समुचित मात्रा में रॉ वाटर पम्पिंग स्टेशन पर पेयजल की मात्रा उपलब्ध हो सके।3.जीवनी मण्डी स्थित जल शोधन संयन्त्र पर यमुना जल को भी उपयोग में लाने हेतु यमुना नदी के तट पर अधिष्ठापित पम्पिंग स्टेशनों की मरम्मत कर 10-15 एम.एल.डी. यमुना जल भी गंगा जल के साथ मिश्रित कर जलापूर्ति की जायेगी। शोधित जल की गुणवत्ता मानकानुसार सुनिश्चित करते हुये जनमानस को जलापूर्ति की जायेगी।4.जीवनी मण्डी जल शोधन संयन्त्र पर अधिष्ठापित री-साईकिल यूनिट से 10-12 एम.एल.डी. गंगा जल को उपयोग में लाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है जिससे जीवनी मण्डी स्थित जल शोधन संयन्त्र पर पेयजल की मात्रा में आवश्यक वृद्धि हो सके। उक्त के अतिरिक्त जिलाधिकारी ने महा प्रबंधक जलकल, आगरा को हरिद्वार व मेरठ जाकर संबंधित विभागों के अधिकारीगण से वार्ता कर जलापूर्ति सुनिश्चित रखने तथा परियोजना प्रबंधक(गंगा जल) को अलीगढ़ व बुलंदशहर स्थित संबंधित अधिकारियों से समन्वय कर पालड़ा फाल से 150 क्यूसेक जल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने भीषण गर्मी के दृष्टिगत विद्युत विभाग को ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में शासन द्वारा सुनिश्चित विद्युत आपूर्ति करने के कड़े निर्देश दिए।
बैठक में नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, महाप्रबंधक जलकल विभाग कुलदीप सिंह, नगर निगम जल निगम, सिंचाई विभाग,परियोजना प्रबंधक(गंगा जल) सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।