आगरा, 19 जुलाई। सब्जियों के राजा आलू का नहीं बढ़ रहा भाव । जिसके कारण पूरे आगरा मंडल में कोल्डस्टोर से आलू की निकासी केवल 20.18 फीसदी ही हो पायी है। जबकि किसानों को रेट बढ़ने का इंतजार है। यह रिपोर्ट 18 जुलाई 2025 तक की है। जबकि पिछले साल भाव थोड़ा सही मिला तो निकासी सही थी।
उपनिदेशक उद्यान डा. धर्मपाल सिंह द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार आगरा जनपद में आलू की निकासी केवल 20.60 हो पायी है। ताजनगरी में 329 कोल्ड स्टोर हैं। जिनमें 30 लाख मीट्रिक टन आलू भंडारण की क्षमता थी। जबकि इस साल पूरी क्षमता से कोल्ड स्टोर भर भी नहीं पाये हैं। आगरा में 27 लाख 47 हजार 872.61 मीट्रिक टन आलू ही भरे गये हैं। भंडारण क्षमता से कम हैं। जिसमें से 566061.76 मीट्रिक टन आलू की निकासी हो पायी है। जबकि 2181810.85 मीट्रिक टन आलू अभी जमा है। इसी तरह फिरोजाबाद में 20.70 प्रतिशत आलू की निकासी हुई है। इस जिले में 155 कोल्ड स्टोर हैं। जिनमें 14 लाख मी.टन आलू भरा है। 303700 की निकासी हो पायी है। 11 लाख टन आलू अभी जमा है। मथुरा में 49 कोल्ड स्टोर हैं। जिनमें 373445 मी. टन आलू भरा है। उसमें से 70954 मी. टन आलू ही निकाला गया है। जोकि कुल आलू का 19 प्रतिशत है। मैनपुरी में 65 कोल्ड स्टोरों में 561898 मी.टन आलू जमा है। 98781 मी. टनआलू निकाला गया है। जोकि कुल का 17.58 प्रतिशत है।
इस बीच उपनिदेशक उद्यान डा. धर्मपाल सिंह ने किसानों से अपील की है कि हर माह अपना थोड़ा-थोड़ा आलू निकालते रहें। जबकि किसानों को रेट बढ़ने का इंतजार है। मंडी सूत्रों के अनुसार फिलहाल थोक का भाव 1200 से 1400 रुपये प्रति कुंतल है जोकि किसानों के हिसाब से बहुत कम है। इसलिये वे रेट बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं।