आगरा, 1 नवंबर। ताजनगरी में अखंड सुहाग का पर्व करवा चौथ का त्योहार धूमधाम से बुधवार को मनाया गया। हाथ में पूजा की थाली और छलनी पकड़े रंग-बिरंगे परिधानों के साथ 16 श्रृंगार किए हुए महिलाओं ने अपने अखंड सौभाग्य की माता पार्वती से कामना की। महिलाओं ने चांद को अर्घ देने से पूर्व अपने घरों में पूजा की। कई जगहों पर महिलाओं ने सार्वजनिक रूप से पूजा की। उत्तर भारत में यह पर्व जोरशोर से मनाया जाता है। कुछ पति भी पत्नी के साथ करवा चौथ का व्रत रखते हैं। महिलाओं द्वारा इस व्रत की तैयारी कई दिन पहले से शुरू कर दी जाती है। नये कपड़े, गहने के साथ ही साजोश्रंगार का सामान खरीदती हैं। एक दिन पहले हाथों में मेंहदी रचवाती हैं। इन दिनों में ब्यूटी पार्लरों पर खूब भीड़ देखी गयी। पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाएं चांद के दीदार के बाद ही पानी पीती हैं।
आज भाविका दियालानी के तेज नगर, कमला नगर स्थित निवास पर बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित हुईं। इन सुहागिन महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी आयु की कामना की। करवा चौथ त्योहार का महत्व जाना। अपने व्रत के पारण से पूर्व कहानी सुनी। धार्मिक मान्यता के अनुसार सच्ची निष्ठा से व्रत किया जाए तो माता पार्वती सदा सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। इस अवसर पर मंजू दियालानी, कांता दादलानी, भाविका दियालानी, मीशा दियालानी, मेघा नाथवानी, नेहा वत्यानी, चांदनी वासवानी, कृष्णा, जीविका, सौम्या वाधवानी, काव्या, पलक, ज्योति, सिमरन, दृष्टि आदि मौजूद रहीं। इसके बाद सभी अपने-अपने घर जाकर चांद को अर्घ्य देकर व्रत पूरा किया। वहीं अजीतनगर गेट, खेरिया मोड़ क्षेत्र में महिलाओं में आज के दिन करवा चौथ को लेकर काफी उत्साह रहा। शिक्षिका श्रीमती नर्मदा बघेल से पूछा गया कि उनको व्रत वाले दिन भूख-प्यास नहीं लगती है। इस पर उनका कहना था कि महिला अपने सुहाग की रक्षा के लिये भूख-प्यास को भूल जाती हैं। वैसे भी ऐसा कोई अहसास होता ही नहीं है। महिलाएं पूरे दिन घर का कामकाज अन्य दिनों की तरह ही निपटाती हैं। वहीं शिक्षिका श्रीमती सुनीता बघेल का कहना है कि करवा चौथ वाले दिन महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना के लिये निर्जला व्रत रखती हैं। रात को चांद का दीदार करने के बाद ही वे जल ग्रहण करती हैं। इसके पहले घर में पूजा की जाती है।
केवी नगर, खेरिया मोड़ पर करवाचौथ के उपलक्ष्य में महिलाओं द्वारा सामूहिक पूजा अर्चना की गयी। जिसमें प्रतिभा बघेल, मीनाक्षी, लक्ष्मी, दुर्गारानी आदि महिलाएं मौजूद रहीं।