आगरा, 7 जनवरी। डस्टबिन को लेकर की जा रही सख्ती का असर अब दिखाई देने लगा है। नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल के निर्देश पर मंगलवार से डस्टबिन न रखने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी।
चालान की कार्रवाई से बचने के लिए दुकानदारों ने ठेल ढकेल और दुकानों के आगे कूड़ा एकत्रित करने के लिए डस्टबिन रखना शुरु कर दिया है। बसई मंडी फतेहाबाद रोड पर नगर निगम की सख्ती का असर साफ देखने को मिला। निरीक्षण करने पहुंचे एसएफआई योगेंद्र कुशवाह को अधिकांष ठेल धकेलों पर डस्टविन रखी मिलीं। हालांकि कुछ दुकानदार निगम के आदेशों का उल्लंघन करते भी नजर आये उनके मौके पर ही चालान भी काटे गये। गंदगी करने और डस्टविन न रखने वाले दुकानदारों से 3800 रुपये का जुर्माना वसूला गया जबकि जुर्माना अदा न करने पर दो दुकानदारों के खिलाफ कोर्ट में चालान भेजा गया है।
—-स्वयं रखनी है डस्टबिन—
2018 से पूर्व नगर निगम की ओर से हर वार्ड के सभी घरों में हरे और नीले रंग की दो ण्दो डस्टविन बांटी गई थीं। इनमें एक में गीला व दूसरी में सूखा कचरा रखना होता था। लेकिन उत्तर प्रदेश सोलिडवेस्ट नियमावली 2023 में संशोधन के बाद सरकार की ओर से डस्टविन बांटने पर रोक लगा दी गई है। इसके बाद भी घरों व दुकानों पर कचरे के लिए स्वयं ही डस्टविन रखना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा न करने पर पांच सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से चालान का प्रावधान किया गया है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में न तो घरों में और न ही दुकानदार डस्टविन का उपयोग कर रहे हैं। घरों और दुकानों का कूड़ा सड़क या नाले नालियों में फैंका जा रहा है। इससे निपटने के लिए सभी वार्डों में सफाई और खाद्य निरीक्षकों की टीमें नियुक्त कर कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं ।