
आगरा। खेरागढ़ थाना क्षेत्र के खुसियापुर गांव के पांस उटंगन नदी हादसे में डूबे सभी 12 युवकों के शव मिल गए हैं। सोमवार तक आठ शव मिल पाए थे। चार की तलाश थी। मंगलवार को एक के बाद एक कर चारों शव मिल गए। इसके बाद आस पास के गांवों में मातम छा गया। मौके पर भारी संख्या में भीड़ भी जुट गई।आज जो चार शव मिले उनमें सचिन, दीपक, हरेश, गजेंद्र शामिल हैं।
बता दें कि खुसियापुर गांव के लोग गुरुवार दोपहर देवी मूर्तियों को विसर्जन के लिए डूंगरवाला गांव के पास लेकर आए थे। विसर्जन के दौरान 13 लोग उटंगन नदी में डूब गए थे। हादसे में तीन युवकों के शव उसी दिन मिल गए थे। उसके बाद एक के बाद एक 6 शव और मिले हैं। एक युवक बच गया था उसका उपचार चल रहा है। चार युवक लापता थे। आज शुरू हुए ऑपरेशन में एक के बाद एक तीन युवकों के शव मिल गए। सुबह 10.30 पर सबसे पहले सचिन फिर 12 बजे करीब दीपक उसके बाद तीन बजे के करीब हरेश और अंत मे गजेंद्र का शव मिला। सभी शव 15 से 20 फीट फीट नीचे मिले। पानी से शरीर फूल गया था। मृतकों के परिवार में मातम छाया हुआ है। इधर 6 दिन तक यह ऑपरेशन चला। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना ने खूब मेहनत की। उत्तराखंड में बड़े ऑपरेशन का हिस्सा रही 411 पैरा फील्ड यूनिट खेरागढ़ के गांव कुसियापुर में बुलाई गई थी। 50 पैरा ब्रिगेड की 411 पैरा फील्ड यूनिट को बड़े ऑपरेशन में महारत हासिल है। टीम के सदस्य उत्तराखंड सहित कई राज्यों में आपदा में बचाव अभियान चला चुके हैं। गांव में पहुंचने वाले 19 सदस्यीय दल में विशेष गोताखोर जवान शामिल रहे। इन्हें गहरे पानी में जाने का अनुभव है।
