यमुना के जल स्तर में लगातार बढ़ोत्तरी, सावधानी बरतें

Press Release उत्तर प्रदेश

आगरा, 6 सितंबर। यमुना नदी उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में यमुनौत्री नामक स्थान से निकलती है, जो कि उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा की सीमा के सहारे सहारनपुर जिले के फैजाबाद गांव से उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है तथा प्रयागराज मे गंगा में विलय हो जाती है, जिसके बीच में अनेकों सहायक नदियों भी यमुना नदी में मिलती है। विगत् दिवसों से पहाडी क्षेत्रों में हो रही अत्यधिक वर्षा के कारण हथिनीकुण्ड बैराज का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है तथा जिसके कारण इसी बैराज से यमुना नदी में छोड़े जाने वाले पानी कमी मात्रा में काफी वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त यमुना नदी का जल स्तर जल संस्थान, आगरा में लगातार बढ़ रहा है।

सदर तहसील में यमुना नदी के लो फ्लड पर प्रभावित होने वाले ग्राम-तनौरा, नूरपुर, मेहरा नाहगंज, विसारना, कैलाश, स्वामी बाग, फतेहाबाद तहसील में ग्राम-भरापुर, बमरौली, ईदौन, मडायना, मेलीकलॉ, गुडा, मेवली खुर्द, हिमायूपुर है। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रभावित होने वाले सम्भावित शहरी क्षेत्र नगला बूढ़ी, अमर विहार दयालबाग, मोतीमहल, कटरा वजीर खां, रामबाग बस्ती, दिनांक 06-09-2025 को समय अपरान्ह 02:00 बजे गोकुल बैराज, मथुरा से 1.37373 क्यूसेक पानी पास होने के कारण जल संस्थान, आगरा पर यमुना नदी का जल स्तर दिनांक 06-09-2025 को 152.100 मीटर रहा। वर्तमान संकेतों के अनुसार यमुना नदी का जल स्तर जल संस्थान, आगरा पर बढ़ने की सम्भावना है। मीडियम फ्लड लेविल प्रभावित होने वाले ग्राम तहसील सदर में बुर्ज, नगला छीतर सिंह, मेहरा नाहरगंज, महल बादशाही, नगला तल्फी, नगल पैमा, तहसील फतेहाबाद में शाहिदपुर, वीरपुरा, बेहड़, पारौली सिकरवार, बिचौला, गिदरौन, तहसील एत्माद‌पुर में नगला धीमर, बढ़नुपरा, रहनकलां, नगला कटा आदि है।
सदर तहसील में यमुना नदी से तहसील के अन्तर्गत ठार आश्रम मौजा मेहरा नाहरगंज में 40 परिवार बाढ़ से प्रभावित है, जिनको सम्बन्धित बाढ़ शरणांलय में विस्थापित कर दिया गया है। बाढ़ शरणांलय में रहने वाले व्यक्तियों को तीनों समय पर भोजन आवश्यक व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है। वर्तमान में चम्बल नदी का जलस्तर 125.00 मीटर है। सिंचाई विभाग के अनुसार चम्बल नदी का जलस्तर घटने की सम्भावना है।
शहरवासियों एवं ग्रामवासियों से अपील की जाती है किः  जरूरी कागजात जैसे राशन कार्ड, पासबुक, आधार कार्ड को वॉटरफूफ बैग में रखें।  सूखे अनाज व मवेशियों के चारे को किसी ऊँचे स्थान पर सुरक्षित रखें।  बाढ़ की चेतावनी मिलते ही गर्भवती महिलाओं, बच्चों, वृद्ध, दिव्यांगजन एवं बीमार व्यक्तियों को तुरन्त  तहसीलों द्वारा स्थापित किये गये बाढ़ शरणांलयों में शरण ले।  बिजली का मुख्य स्विच व गैस रेगुलेटर को बन्द रखें।  पानी के किनारे न जाये, जरूरत मद चीजों को ऊँचे स्थान पर रखे।  परिवारीजनों द्वारा बच्चों को यमुना नदी के पानी में नहाने से रोका जाये। जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, आगरा द्वारा जनहित में जारी शुभांगी शुक्ला अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ।

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