आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण में कोताही पर होगी सख्त कार्रवाई

Press Release उत्तर प्रदेश

—आख्या में गड़बड़ी पर संबंधित अधिकारी सीधे होंगे जिम्मेदार
—आख्या अपलोड करने से पूर्व प्रत्येक शिकायतकर्ता से बात की जाए

आगरा। आईजीआरएस पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में बरती जा रही कोताही पर नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। इस संबंध में शनिवार को नगर निगम कार्यकारिणी में सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक का अयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि आईजीआरएस पर प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ही शासन का उद्देश्य है इसमें किसी भी प्रकार हीलाहवाली न की जाए। शासन स्तर से इसकी सीधे मॉनिटरिंग की जा रही है। शिकायतों के निस्तारण में गड़बड़ी पर सीधे संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को उन्होंने पीपीटी के माध्यम से आईजीआरएस से संबंधित शासनादेशों अवगत कराते हुए शिकायतों को किस तरह से निस्तारण करना है से भी प्रशिक्षण देकर अवगत कराया। कर्मचारियों की जिज्ञासाओं को भी इस दौरान शांत किया गया।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी शिकायतों के निस्तारण में पूर्ण पारदर्शिता बरतते हुए सभी शासनादेशों का पालन ईमानदारी से करें। उन्होंने कहा कि मंडलायुक्त ने भी जूम मीटिंग के माध्यम से आईजीआरएस पर प्राप्त निर्माण और अतिक्रमण संबंधी शिकायतों के निस्तारण से संबंधित आख्याओं पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायतों का मौके पर जाकर निस्तारण किया जाए । अधिकारी मौके पर जाकर उसका सत्यापन कर स्थानीय लोगों और शिकायतकर्ता से संपर्क कर उसका उल्लेख अपनी आख्या में करें। आख्या अपलोड करने से पूर्व सभी शिकायतकर्ता से बात भी की जाए। प्रत्येक विभाग अध्यक्ष महीने में 10 शिकायतों का खुद स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे। भूमि विवाद, अतिक्रमण और ध्वस्तीकरण प्रकरणों के निस्तारण के लिए पुलिस राजस्व विभाग के अलावा अन्य संबंधित विभागों की संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई के उपरांत संयुक्त निस्तारण आख्या भी प्रेषित की जाए। सभी अधिकारी जनसुनवाई पोर्टल को प्रत्येक दिन लॉगिन कर शिकायतों के निस्तारण की स्थिति को देखें और मॉनिटरिंग करें। जिस अधिकारी ,कर्मचारी के खिलाफ शिकायत की गई है उसी से जांच आख्या लेकर प्रकरण का निस्तारण न किया जाए बल्कि उच्चस्तर के किसी अधिकारी से जांच कराकर निस्तारण आख्या प्रेषित की जाए। अपर नगर आयुक्त ने कहा कि अगर कुछ आख्याएं इस प्रकार की भी प्राप्त होती हैं कि शिकायत कर्ता का पता अंकित नहीं है ऐसे मामलों में उनसे फोन पर संपर्क करके पता ज्ञात किया जाए। संभव दिवस में अधिक से अधिक संदर्भों का मौके पर ही निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई पोर्टल की मॉनिटरिंग भी प्रतिदिन की जाए।
बैठक के दौरान अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी, उपनगर आयुक्त सरिता सिंह, सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम, प्रवर्तन प्रभारी कर्नल राहुल गुप्ता, पशु कल्याण अधिकारी डॉक्टर अजय सिंह, मुख्य अभियंता बीएल गुप्ता, पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण,महाप्रबंधक जलकल अरुणेंद्र राजपूत आदि के अलावा सभी जोनल अधिकारी और आईजीआरएस का काम देखने वाले कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

 

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