
आरबीएस कालेज आडिटोरियम में मण्डल की निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यशाला (वर्कशाप) का हुआ आयोजन, राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष ने किया संवाद, केन्द्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष श्रीमती बबीता चौहान रहीं मौजूद।
संवाद से ही आयेगा बदलाव, अपने हक के लिए आवाज उठाना स्वयं का दायित्व
निर्वाचित महिलायें कम्यूनिकेशन स्किल, सोशल मीडिया का उपयोग, केन्द्र व राज्य सरकार की संचालित सभी योजनाओं की रखें जानकारी, अपने कार्य क्षेत्र में करायें क्रियान्वयन- मा0 राज्य महिला आयोग अध्यक्ष।
आगरा.18.06.2025/आज आरबीएस कालेज आडिटोरियम में मण्डल की निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यशाला (वर्कशाप) का आयोजन किया गया। मण्डल की निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण कार्यशाला (वर्कशाप) को सम्बोधित करते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा0 बबीता चौहान ने बताया कि महिला सम्बन्धी अपराधों के मामलों में 98.60 प्रतिशत निस्तारण कर उ0प्र0 भारत में प्रथम स्थान पर है, उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिला अपराध से मुक्त बनेगा। कार्यक्रम को केन्द्रीय मंत्री प्रो0 एस0पी0 सिंह बघेल जी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों हेतु यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कोचिंग की तरह है, प्रशिक्षण सामान्य पत्थर को मूर्ति में ढालने जैसा है, उन्होंने कहा कि आज महिलाए ओलम्पिक में गोल्ड, सिल्वर पदक प्राप्त कर रही हैं तथा शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, साइंस टेक्नोलॉजी सभी क्षेत्रों में अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभा रहीं हैं। उन्होंने निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वह कार्यशाला में महिलाओं से सम्बन्धित विभिन्न कानूनों, अधिकारों, सरकारी योजनाओं आदि की जानकारी प्राप्त करें तथा अपने क्षेत्रों में उन्हें लागू करायें। उन्होंने महिलाओं को लिंग भेद, सामाजिक न्याय के प्रति जागरूक किया तथा कहा कि वह केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को पंचायतों, नगरीय निकायों में प्रभावी रूप से लागू करें, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह पार्षद से सांसद बनाये जाने का प्रशिक्षण है। मा0 मंत्री महोदय ने शुभकामनायें देते हुए कहा कि वर्कशॉप में जो प्रशिक्षण वे प्राप्त करें, उसे अपने कार्य क्षेत्र में क्रियान्वित करें, आज वह पंचायती राज व नगरीय निकायों के सदन में निर्वाचित हुई हैं, कार्यशाला में विभिन्न सत्रों में बताई गई बातों को कार्य व्यवहार में लाने से वह भारत की सर्वोच्च सदन की भी सदस्यता प्राप्त करेंगी।
कार्यशाला को मा0 राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर जी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि निर्वाचित महिलाएं गांव व शहर ही नहीं पूरे देश में बदलाव ला सकती हैं, आज महिलाओं हेतु देश में बदलाव का वातावरण बना है, महिलायें अपने परिवार की जरूरतों, बच्चों को सम्भालनें के साथ साथ आंगन से अन्तरा तक कार्य कर रही हैं। उन्होंने महिलाओं को कम्यूनिकेशन स्किल, सोशल मीडिया का उपयोग, केन्द्र व राज्य सरकार की संचालित सभी योजनाओं की जानकारी, देश में लागू महिला सम्बन्धी विभिन्न कानूनों आदि की जानकारी का प्रशिक्षण कार्यशाला में लेने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि निर्वाचित महिलायें ग्राम संघ, सेल्फ हेल्प गु्रप से समन्वय कर लखपति दीदी योजना को अपने क्षेत्र में सफलता पूर्वक क्रियान्वित कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचित महिलायें ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष भूमिका अदा करें, आज महिलाओं को दूर-दूर से पेयजल लाना पड़ता है, वह जलजीवन मिशन योजना को अपने क्षेत्रों में लागू करायें, कहीं कोई कमी परिलक्षित होती है तो अपने कलेक्टर व सीडीओ से मिलकर निदान करायें। उन्होंने कहा कि संवाद से ही बदलाव आयेगा, उन्होंने निर्वाचित महिलाओं को कहा कि घर के पुरूष उनके पार्षद व प्रधानी के कार्यों को न करें, बल्कि आप स्वयं क्षमतावान हैं, आज महिलायें अंतरिक्ष की यात्रा के साथ वैज्ञानिक क्षेत्रों में भी कार्य कर रही हैं, अपने हक के लिए आवाज उठाना स्वयं का दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के कुशलता प्राप्त होती है, आपके क्षेत्र के लोगों ने वोट देकर अपना विश्वास जताया है, आप स्वयं जानकारी लें तथा लोगों को लाभ दिलायें। मा0 राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि आयोग महिलाओं की कार्य क्षमता बढ़ानें व उनके जीवन में बदलाव लाने का कार्य कर रहा है, आयोग की मुहिम “पंचायत से पार्लियामेंट तक“ के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा इसके माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों से निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को दिल्ली स्थित संसद भवन के सेन्ट्रल हॉल में ले जाया जाता है तथा वहां राष्ट्रपति, मंत्री, सांसदों आदि से संवाद कराया जाता है, जिससे निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों में जानकारी के साथा आत्मविश्वास में वृद्धि का कार्य किया जा रहा है।
तत्पश्चात् मा0 राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षता में सर्किट हाउस सभागार में मण्डल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में बताया गया कि उ0प्र0 में अधिकांस मामले जमीन जायदाद से जुड़े हुए प्राप्त हो रहे हैं, इस हेतु जिला प्रशासन द्वारा महिला मामलों के प्रकरण समाधान हेतु एक सक्षम अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया जाए। बैठक में मा0 अध्यक्ष महोदया द्वारा निर्देशित करते हुए कहा कि पुलिस विभाग द्वारा समय सीमा में कार्यवाही नहीं की जाती है, जिसके कारण पीड़िता को समय से न्याय दिलाने में विलम्ब होता है तथा महिला आयोग की कार्य प्रणाली पर भी प्रभाव पड़ता है, उन्होंने निर्देशित किया कि आयोग द्वारा मांगी जा रही जानकारी को ससमय प्राप्त करायें। बैठक में पुलिस विभाग की समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि जनपद में महिला अपराधों की प्रभावी रोक थाम हेतु एसीपी महिला अपराध तथा परिवार परामर्श केन्द्र की स्थापना की गई है। मा0 अध्यक्ष महोदया द्वारा परिवार परामर्श केन्द्र के बारे में जानकारी प्राप्त की गई, जिसमें बताया गया कि वर्ष 2024 में कुल 4811 प्रकरण में 3727 प्रकरण का निस्तारण किया गया, मात्र 329 प्रकरणों में ही एफआईआर दर्ज की गई, शेष प्रकरणों को काउंसलिंग, आपसी समझौते तथा विभिन्न विशेषज्ञों की मानीटरिंग व फालोअप के द्वारा केस स्टडी कर निस्तारण किया गया।
बैठक में वर्ष 2025 के माह मई में महिला सम्बन्धी अपराध पंजीकरण के तुलनात्मक आंकड़े बताते हुए जानकारी दी गई कि कुल 67 अभियोगों में 95 अपराधियों को सजा दिलायी गई, जिसमें 11 अपराधियों को आजीवन कारावास, 07 अपराधियों को 20 वर्ष, 32 अपराधियों को 10 वर्ष या अधिक, 15 अपराधियों को 05 वर्ष से 09 वर्ष तथा 30 अपराधियों को 05 वर्ष से कम की कारावास सजा दिलवायी गई है। बैठक में बताया गया कि परिवार परामर्श केन्द्र में 17 काउन्सलर नियुक्त हैं। अध्यक्ष द्वारा साइबर अपराध व सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक गतिविधियों पर अंकुश लगाये जाने के सम्बन्ध में जानकारी की गई, जिस पर पुलिस विभाग द्वारा बताया गया कि यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर क्राइम हो जाता है तो वह टोल फ्री नम्बर 1930 पर घटना के एक घण्टे के अन्दर अपनी शिकायत दर्ज करा देता है तो उस व्यक्ति के साथ हुए अपराध का निस्तारण करते हुए ठगी की धनराशि वापस दिला दी जाती है। मा0 अध्यक्ष महोदया द्वारा निर्देशित किया गया कि अब महिलाओं के प्रति अपराध की प्रकृति बदल गई है, अब पति उन्हें कानून व विभिन्न सरकारी प्रयासों, सुरक्षा के कारण घर से बाहर नहीं निकालता, अन्य प्रकार से महिलायें शोषण का शिकार हो रही हैं, अतः पुलिस प्रशासन को भी सम्बन्धित समस्या के प्रति जागरूक रहना होगा।
बैठक में जिलाधिकारी फिरोजाबाद रमेश रंजन, अपर आयुक्त राजेश यादव, अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह, उपायुक्त प्रोटोकाल पुलिस पूनम सिरोही, एसीपी सुकन्या शर्मा सहित मण्डल के जिला स्तरीय अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।